चंपा के पौधों संग चंपारणवासी ने मनाया पर्यावरण संरक्षण दिवस
मुजफ्फरपुर। मोतिहारी, विश्व पर्यावरण दिवस पर चंपा के पौधों के साथ चंपारण के लोग पर्यावरण संरक्षण की
मुजफ्फरपुर। मोतिहारी, विश्व पर्यावरण दिवस पर चंपा के पौधों के साथ चंपारण के लोग पर्यावरण संरक्षण की मंगल गाथा लिखी गई। सुबह सात बजे से चंपारण की पहचान चंपा के वनों को एक बार फिर से अस्तित्व में लाने की नायाब कोशिश को ऊंचाई दी गई। इस अभियान के प्रणेता 2011 में टीवी रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के विजेता सुशील कुमार की पहल का असर यह हुआ है कि पूरे जिले में करीब 23 हजार पौधे एक दिन में लगाए जाएंगे। दरअसल इस अभियान की शुरुआत विश्व पृथ्वी दिवस पर 22 अप्रैल को केबीसी विनर ने नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रणेता मेधा पाटेकर व अन्य के साथ मिलकर शहर के महारानी जानकी कुंवर कन्या इंटर कॉलेज से की थी। इसके बाद वे हर गली में गए हर घर पर दस्तक दी घर के मालिक से पौधे लगवाए और उसकी सुरक्षा का संकल्प दिलवाया। सोमवार की शाम तक जिले में करीब 10 हजार से ज्यादा पौधे लगाए जा चुके थे। इस अभियान की महक सात समंदर पार लंदन तक सोशल मीडिया के जरिए पहुंची है। लंदन में रह रहे अप्रवासी भारतीय मोतिहारी के सरोतर निवासी राकेश पांडेय ने इस अभियान को बुलंदी देने के लिए फिलहाल 1.8 लाख चंपा के पौधे दान में दिए हैं और आगे भी मदद करने की बात कही है। मंगलवार के आयोजन को लेकर पूरे जिले में जश्न का माहौल है गांव व शहर हर तरफ से लोग पौधशाला पहुंच रहे हैं और चंपा के पौधे लेकर घर जा रहे हैं। उद्देश्य यह है कि पर्यावरण दिवस पर चंपारण में नए इतिहास की संरचना की जाए। सरकार के मंत्री व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सामाजिक संगठन के लोग बने अभियान का हिस्सा 'चंपा से चंपारण' अभियान के तहत पर्यावरण की रक्षा को लिए गए इस संकल्प का हिस्सा सरकार के मंत्री, जनता के अन्य प्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा सामाजिक संगठन के लोग बने हैं। सूबे के पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार को सुशील ने 24 मई को चंपा का पौधा भेंट किया। मंत्री ने तत्काल जिला स्कूल के परिसर में चंपा का पौधा लगाया और जिले के लोगों का आह्वान किया कि चंपा से चंपारण अभियान को सफल बनाना हर आम व खास आदमी का धर्म है। जिले के सभी थानों में लगेंगे चंपा के पौधे पुलिस अधीक्षक उपेंद्र कुमार शर्मा ने इस अभियान के तहत 25 मई को पौधा पुलिस केंद्र में लगाया। मौके पर सुशील को कहा- 'जिले के सभी थानों में कम से कम एक चंपा का पौधा लगाया जाएगा।' इस सिलसिले में पुलिस अधीक्षक ने जिले के सभी थानाध्यक्षों को पत्र जारी किया है। ग्रामीण व शहरी इलाके में लगाए जा रहे पौधों का तैयार हो रहा डाटा बेस अभियान को बुलंदी पर ले जाने के लिए जिले का हर आदमी सक्रिय है। शहरी व ग्रामीण इलाकों में लगाए जा रहे पौधों का डाटा बेस तैयार किया जा रहा है। गांव के लोगों द्वारा लगाए जा रहे प्रत्येक पौधे के साथ एक आदमी का नाम व नंबर दर्ज किया जा रहा है। इसका डाटा बेस तैयार किया जा रहा है। ताकि भविष्य में पौधों की स्थिति की जानकारी ली जा सके। बिहार सरकार पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने बताया कि सुशील का यह अभियान बेहद सराहनीय है। सरकार भी इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। इस अभियान में मैं हर मदद के लिए तैयार हूं। ब्रार्वा फार्मा निदेशक राकेश पांडेय ने बताया कि मैंने मातृभूमि की पहचान चंपा को स्थापित करने की दिशा में चल रहे अभियान में अपनी भागेदारी निभाई है। पौधा दान नहीं किया बल्कि अपने कर्तव्य का निर्वहन किया है। आगे भी इस तरह के अभियान का हिस्सा बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी। केबीसी विनर सुनील कुमार ने बताया कि मैंने विश्व पृथ्वी दिवस पर इस अभियान को शुरू किया था। अभियान में जन भागेदारी जबरदस्त हुई है। राकेश पांडेय ने 1.8 लाख पौधे दिए हैं। वहीं उनके अलावा जिले के सामाजिक संगठन व आम लोगों ने भी भारी संख्या में पौधा दिया है और देने का संकल्प लिया है। हमारा यह अभियान देश में नए इतिहास की संरचना करेगा।