पूर्व सैनिक : पूर्व सैनिक संघ ने मनाया विजय दिवस
विजय दिवस की 50 वीं वर्षगांठ पर संयुक्त भवन परिसर स्थित पूर्व सैनिक संघ के जिला कार्यालय में बुधवार को पूर्व सैनिकों ने विजयोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया।
मुजफ्फरपुर : विजय दिवस की 50 वीं वर्षगांठ पर संयुक्त भवन परिसर स्थित पूर्व सैनिक संघ के जिला कार्यालय में बुधवार को पूर्व सैनिकों ने विजयोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया। पूर्व सैनिक संघ के अध्यक्ष रामप्रवेश सिंह के नेतृत्व में सदस्यों ने विजयोत्सव के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में पाकिस्तान को शिकस्त देने तथा भारतीय सैनिकों की विजय व शौर्यगाथा को याद किया गया। 1971 में आज ही के दिन भारतीय सेना ने अपने अदम्य साहस और पराक्रम से मानवीय स्वतंत्रता के सार्वभौमिक मूल्यों की रक्षा करते हुए विश्व मानचित्र पर एक ऐतिहासिक बदलाव किया था। इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों से अंकित यह शौर्यगाथा हर भारतीय को गौरवान्वित करती है। इस अवसर पर सभी शाखा इकाइयों के सदस्यों ने भाग लिया। मौके पर संघ संयोजक मनोज कुमार सिंह, उपाध्यक्ष नंद किशोर ठाकुर, परीक्षण चौधरी, केके चौधरी, सचिव वीरेंद्र कुमार, कोषाध्यक्ष दिवाकर राणा, आरसी चौधरी, आनंद कुमार, रविंद्र ठाकुर, प्रकाश कुमार शर्मा, एनके तिवारी, शिव कुमार सिंह, दिलीप सिंह टाइगर, अखिलेश कुमार ठाकुर, कमाडो जय प्रकाश सिंह, नवीन कुमार, अरुण कुमार ठाकुर, सुनील कुमार, मृत्युंजय कुमार, प्रेम कुमार सिंह, कबिंद्र सिंह, सुधीर कुमार चौधरी, ललन ताती, जिला सैनिक कल्याण कार्यालय के प्रधान लिपिक ऋषिकेश रंजन और ईशु सिंह चौहान आदि शामिल रहे।
सीएसडी कैंटीन की पुनर्वापसी नहीं होने से पूर्व सैनिकों में आक्रोश
सेना स्टेशन हेडक्वार्टर से सीएसडी कैंटीन चले जाने से पूर्व व वर्तमान सैनिकों एवं उनके स्वजनों में आक्रोश है। यह सुविधा अंग्रेजी शासन काल से उत्तर बिहार के पूर्व एवं वर्तमान सैनिकों के लिए थी। कोरोना काल में एकबारगी सीएसडी कैंटीन जम्मू शिफ्ट कर दिया गया। इसके कारण पूर्व सैनिकों को कहीं से भी रियायती दरों पर सामान उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। सीएसडी कैंटीन की पुनर्वापसी के लिए पूर्व सैनिक संगठन की ओर लगातार कोशिश की जा रही है। पूर्व सैनिक संघ के अध्यक्ष राम प्रवेश सिंह, संयोजक मनोज कुमार सिंह ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री से लेकर सेना के तीनों अध्यक्षों को ई-मेल भेज कर लगातार गुहार लगा रहे हैं। कैंटीन चले जाने से पूर्व सैनिक व उनके स्वजनों में निराशा है। उन्होंने कहा कि, वर्तमान केंद्र सरकार द्वारा देश सेवा के लिए जीवन अर्पण करने वाले जवानों के साथ धोखा हो रहा। वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) में भी केंद्र सरकार विफल साबित हुई है। पूर्व सैनिकों के सीएसडी कैंटीन कार्ड का नवीकरण नहीं हो पा रहा है। स्टेशन हेडक्वार्टर के बदले एनसीसी कार्यालय में कार्ड नवीकरण के लिए जमा करने को कहा जा रहा है। सीएसडी कैंटीन वापसी के लिए पूर्व सैनिक अभी हिम्मत नहीं हारे हैं। आंदोलन की रूप-रेखा तैयार की जा रही है। शीघ्र ही पूर्व सैनिक सड़क पर उतरेंगे।