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'सेवा कुटीर' में भिक्षुकों से मारपीट मामले की जांच करने पहुंची सीबीआइ, फाइलों को खंगाला

सीबीआई एसएपी के नेतृत्व में पहुंचे आधा दर्जन से अधिक अधिकारी। भिक्षुकों गृह के कमरों एवं मकान की वीडियो भी बनाई। मकान के बाहर की तस्वीर भी ली।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 04 Apr 2019 04:10 PM (IST)Updated: Thu, 04 Apr 2019 04:10 PM (IST)
'सेवा कुटीर' में भिक्षुकों से मारपीट मामले की जांच करने पहुंची सीबीआइ, फाइलों को खंगाला
'सेवा कुटीर' में भिक्षुकों से मारपीट मामले की जांच करने पहुंची सीबीआइ, फाइलों को खंगाला
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। भिक्षुकों से मारपीट व प्रताडऩा की जांच करने सीबीआइ की टीम गुरुवार को बैरिया स्थित सेवा कुटीर पहुंची। ओम साईं फाउंडेशन द्वारा संचालित 'सेवा कुटीर' में सीबीआइ एसपी के नेतृत्व में करीब आधा दर्जन अधिकारी व स्थानीय पुलिस की टीम पहुंची। करीब 12 बजे पहुंची टीम ने सबसे पहले मुख्य द्वार को बंद कर दिया। उसके बाद जांच शुरु की। इस दौरान भिक्षुकों से संबंधित फाइलों को खंगाला। भिक्षुकों गृह के कमरों एवं मकान की वीडियो भी बनाई। मकान के बाहर की तस्वीर भी ली। फिलहाल टीम अब भी जांच कर रही है।
टिस्स की रिपोर्ट में भिक्षुकों को प्रताडि़त करने का मामला
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस, मुंबई की 'कोशिश' टीम की सोशल ऑडिट रिपोर्ट में यहां कई गड़बड़ी सामने आई थी। उसके बाद इस मामले में अहियापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। संस्था का अनुबंध भी रद कर दिया गया था। यहां रह रहे 33 भिक्षुकों को स्थानांतरित कर सेवा कुटीर, पटना भेज दिया गया।
सोशल ऑडिट के समय थे यहां करीब 50 भिक्षुक
टिस की टीम द्वारा किए गए सोशल ऑडिट के समय यहां करीब 50 भिक्षुक रह रहे थे। मगर जब इसे बंद किया गया था तो यहां 33 भिक्षुक थे। टीम द्वारा पूछने पर बताया गया था कि कुछ को उनके घर भेज दिया गया तो कई कौशल प्रशिक्षण के लिए पटना भेजे गए हैं।  

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