मुजफ्फरपुर कांड: CBI ने आरोपित ब्रजेश के बेटे को हिरासत में ले घंटों की पूछताछ, छोड़ा
मुजफ्फरपुर बालिका गृह परिसर में सीबीआइ ने गहन जांच की। सीबीआइ ने आरोपित ब्रजेश के बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की, फिर छोड़ दिया। पूरी जानकारी के लिए पढ़ें खबर।
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। बालिका गृह यौन उत्पीडऩ कांड में सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (सीएफएसएल) की टीम ने शनिवार को परिसर में जेसीबी मशीन मंगाई। इससे कयास लगाया गया कि सीबीआइ परिसर की दोबारा खोदाई कराएगी। हालांकि, कल ऐसा नहीं हो सका। ऐसे में कहा जा रहा है कि सीबीआइ रविवार या सोमवार को ऐसा करा सकती है। इस बीच सीबीआइ ने मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर के बेटे राहुल आनंद को हिरासत में लेकर लंबी पूछताछ की। सीबीआइ ने देर रात उसे छोड़ दिया।
सीबीआइ की टीम ने डीआइजी अभय कुमार के नेतृत्व में मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में बालिका गृह के कमरों को खोला और चप्पा-चप्पा खंगाला। सीबीआइ ने बालिका गृह में कई बार पूछताछ के बाद शनिवार की शाम में ब्रजेश ठाकुर के पुत्र राहुल आनंद को हिरासत में ले लिया। इस कांड में सीबीआइ की हिरासत में लिया जाने वाला राहुल पहला व्यक्ति है। हालांकि, पूछताछ व कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद देर रात उसे छोड़ दिया गया।
जेसीबी मंगाया, नहीं हो सकी खोदाई
बालिका गृह की जांच के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। एसएसबी व एसआइटी के जवान तैनात थे। किसी बाहरी के आने-जाने पर रोक लगी थी। इस दौरान बालिका गृह परिसर की खोदाई के लिए एक जेसीबी भी मंगाई गई, लेकिन देर शाम तक जांच के कारण खोदाई नहीं हो सकी।
विदित हो कि बालिका गृह की एक लड़की ने आरोप लगाया है कि बालिका गृह परिसर में उसकी एक सहेली की हत्या कर शव को दफनाया गया है। इस आरोप की पुष्टि के लिए पुलिस पहले भी परिसर की खोदाई करा चुकी है, जिसमें कुछ भी नहीं मिला। उस वक्त पुलिस ने मिट्टी को जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लैब भेज भेजा है। इस बीच चर्चा है कि सीबीआइ भी परिसर की दोाबारा खोदाई करा सकती है।
महिला थानेदार से पूछताछ
सीबीआइ ने महिला थानेदार ज्योति कुमारी, नगर थाने के दारोगा धीरज कुमार सिंह व धर्मेंद्र कुमार को भी बालिका गृह बुलाया गया था। उन्हें साथ बैठाकर दो घंटों तक कई बिंदुओं पर पूछताछ की। जब्त फाइलों को खंगालने के दौरान कई बिंदुओं पर उनसे जानकारी भी ली। टीम ने करीब सौ फाइलों को जब्त किया।
प्रेस कार्यालय में भी हुई जांच
एफएसएल टीम ने ब्रजेश के पारिवारिक अखबार के प्रेस कार्यालय की घंटों जांच की। वहां से कई नमूने साक्ष्य के तौर पर एकत्र किए। कार्यालय के पीछे से खुलने वाले दरवाजे को भी देखा।
मार्कर और इंच-टेप से लगाया निशान
टीम ने बालिका गृह के सभी कमरों को बारीकी से खंगाला। दो भवनों के बीच बनी सीढिय़ों को देखकर टीम अचंभित रह गई। मुख्य प्रवेश द्वार, ऊपर जाने वाली सीढिय़ों समेत छोटे-बड़े दरवाजे की लंबाई-चौड़ाई का भी जायजा लिया। इससे पूर्व टीम ने मार्कर और इंच-टेप से दरवाजे और कमरे की माप ली और कई जगहों पर निशान लगाए।
ब्रजेश के पुत्र से भी हुई पूछताछ
ब्रजेश ठाकुर के पुत्र राहुल आनंद से घटना के बाद पहली बार सीबीआइ की टीम ने घंटों पूछताछ की। राहुल ने मीडिया को बताया कि सीबीआइ पर उसे भरोसा है। जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उसने भी बालिका गृह में किसी नेता के आने के आरोप को खारिज किया। कहा, एक बार निरीक्षण के लिए राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा यहां आई थीं।
हाल में जमीन बेचे जाने के मामले में उसने कहा कि आय के स्रोत बंद हो गए हैं। ऐसे में जमीन बेचने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं था। मालूम हो कि राहुल ने 31 जुलाई को बोचहां की जमीन बेची थी।