AES : हर घर पहुंच रही टीम, लक्ष्य एक भी बच्चा ना तोड़े दम Muzaffarpur News
अभियान की पदाधिकारियों की टीम कर रही मॉनीटरिंग पीएचसी में मौजूदगी में इलाज। ग्रामीण क्षेत्रों में ओआरएस बांटने के साथ-साथ उसे बनाने के भी गुर सिखाए जा रहे।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। इस वर्ष एईएस (एईएस) से काफी संख्या में बच्चों की मौत ने सभी को हिला दिया है। यही कारण है कि जिले में बीमारी से बच्चों को बचाने के लिए जागरूकता अभियान तेज कर दिया गया है। ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक घर में टीम जाकर लोगों को जागरूक कर रही। पीएचसी में बच्चों के इलाज की व्यवस्था बढ़ा दी गई है। पदाधिकारियों की टीम इसकी मॉनीटङ्क्षरग कर रही। वहीं उनकी उपस्थिति में बच्चों का इलाज हो रहा। जिला प्रशासन एक भी नए पीडि़त बच्चे की इस बीमारी से मौत नहीं होने देने का लक्ष्य लेकर अभियान चला रहा।
रविवार को भी आशा, एएनएम, सेविका-सहायिका व जीविका दीदी की टीम कई प्रखंडों के गांव-गांव में जागरूकता अभियान चलाई। कई जगहों पर लोगों को जमा कर बीमारी व उससे बचाव की जानकारी दी गई। पदाधिकारियों की टीम ने लोगों को बांटे गए ओआरएस का घोल बनाने के बारे में बताया।
जिला प्रशासन द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार लगभग 15 लाख ओआरएस के पैकेट बांटे गए हैं। वहीं 12 लाख से अधिक पंफलेट का वितरण किया गया है। इसमें बीमारी से बचाव व रोकथाम के बारे में जानकारी दी गई है। इसके अलावा 1250 गांवों में माइकिंग कराई गई है। वहीं बीमारी के लक्षण वाले बच्चों की पहचान कर पीएचसी लाने का काम भी किया जा रहा है।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप