COVID-19 : सर, हमरा गांव में बाहर से एलय, लक्षणों छैय, जल्दी एंबुलेंस भेजियौ...
COVID-19 रुक-रुक कर बज रही अस्पताल प्रबंधक व चालक की घंटी। छह की हुई जांच एक सदर अस्पताल रेफर।
समस्तीपुर, जेएनएन। लॉक डाउन के बावजूद रोसड़ा अनुमंडलीय अस्पताल के एंबुलेंस चालक को चैन नहीं है। रुक-रुक कर चालक के साथ अस्पताल प्रबंधक के मोबाइल की भी घंटी बजती है। और, उधर से अपने आप को किसी एक गांव का बताते हुए स्थानीय भाषा में बाहर से किसी व्यक्ति के आने और उसमें लक्षण भी दिखने का दावा कर जल्द से जल्द एंबुलेंस की मांग करते थे। सूचना मिलते ही एंबुलेंस चालक गांव की ओर चल पड़ता और वहां बाहर से लौटे मजदूर को वाहन पर चढ़ा अस्पताल लाता, यहां लक्षण नहीं मिलने के बाद पुन: उसे वापस छोडऩे भी जाता। पूरे दिन यह सिलसिला जारी रहा।
सर्दी-खांसी एवं बुखार पाया गया
इस दौरान कुल छह लोगों की अस्पताल में जांच किया गया। अधिकतर लोग रोसड़ा प्रखंड के हरिपुर एवं पुरानी भिरहा के थे। इसमें से एक को सदर अस्पताल रेफर किया गया। मौके पर तैनात चिकित्सक डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश के इटावा शहर से घर लौटे उक्त युवक में सर्दी खांसी एवं बुखार पाया गया। पूछे जाने पर विगत एक माह से बीमार बताया है। प्राथमिक उपचार के पश्चात उसे सदर अस्पताल समस्तीपुर रेफर कर दिया गया है। जहां उसे उच्च स्तरीय जांच प्रक्रिया में गुजारा जाएगा।
लक्षण नहीं पाया गया
प्राप्त जानकारी के अनुसार समस्तीपुर में जांच के दौरान उक्त युवक में लक्षण नहीं पाया गया और उसे वापस घर पहुंचा दिया गया है। दूसरी और अनुमंडलीय अस्पताल की आकस्मिक सेवा निरंतर जारी है। पूरे दिन में कुल 10 मरीज अस्पताल पहुंचे जिसमें बाहर से आए मजदूर के अलावा एक मारपीट में जख्मी शामिल थे। वहीं, सुई लगने से हुए रिएक्शन के पश्चात अस्पताल पहुंची बच्ची को डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया। मौके पर एएनएम विभा कुमारी एवं अर्चना कुमारी के अलावा अस्पताल कर्मी शंभू रजक तथा अमर कुमार ड्यूटी पर तैनात दिखे।