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अभिलेखागार में भी बेरोकटोक जा रहे दलाल

मुजफ्फरपुर। करीब एक वर्ष पूर्व राजस्व अभिलेखागार में भ्रष्टाचार को लेकर तत्कालीन डीएम धर्मेद्र सिंह

By JagranEdited By: Published: Wed, 09 May 2018 11:32 AM (IST)Updated: Wed, 09 May 2018 11:32 AM (IST)
अभिलेखागार में भी बेरोकटोक जा रहे दलाल
अभिलेखागार में भी बेरोकटोक जा रहे दलाल

मुजफ्फरपुर। करीब एक वर्ष पूर्व राजस्व अभिलेखागार में भ्रष्टाचार को लेकर तत्कालीन डीएम धर्मेद्र सिंह ने तकरीबन सभी अधिकारियों का तबादला कर दिया था। वहीं वरीय प्रभारी को भी हटा दिया गया था। इसके बाद छापेमारी अभियान चलाए गए। कई गिरफ्तारियां हुई। मगर, इतने बदलाव व कार्रवाई के बावजूद यहां की व्यवस्था नहीं बदली।

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राजस्व अभिलेखागार के बाहर दर्जनों लोगों भीड़ बता रही थी कि यहां फिर से दलालों का खेल चल रहा। जो मुख्य गेट बंद कर दिए गए थे वे खुले थे। हर किसी का बेरोकटोक आना-जाना जारी था। कुछ लोग गेट के बगल में दूर से आए एक व्यक्ति से जमीन की जानकारी लेता है। साथ ही यह भी पूछता है कि कागज कब चाहिए। कुछ देर में ही गेट से वह व्यक्ति बाहर निकलता है जिसे पिछली छापेमारी में गिरफ्तार किया था। वह पूर्व से बात किए लोगों के बीच जाता है। काम हो जाने की बात सुनकर लोग वहां से चले जाते हैं।

करीब दस मिनट की पड़ताल में यह बात सामने आ गई कि सिर्फ अधिकारी व कर्मचारी ही बदले गए थे। मगर, व्यवस्था नहीं बदली। गड़बड़ी पकड़ने के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरा भी खराब हो गया है। ताकि, यह खेल कैमरा की जद में नहीं आ सके। अब कोई आए कोई जाए, न कोई देखने वाला और न नियंत्रण करने वाला। बस बाहर दाम तय कीजिए और समय से आपको जमीन के कागजात मिल जाएंगे।

पिछले दरवाजे से भी खेल जारी

ऐसा नहीं है कि अभिलेखागार के मुख्य गेट से ही खेल चल रहा। इसके पीछे निबंधन कार्यालय की ओर से बनी खिड़कियों से भी गड़बड़ी जारी है। यह रास्ता आसान भी है। अभिलेखागार आने में समय भी कम लगता है।

यह बनी थी व्यवस्था

- अभिलेखागार का मुख्य गेट बंद रहेगा। इसके अंदर किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा

- बाहर में लोगों को भीड़ नहीं लगानी। आवेदन देकर बाद में आना है। जरूरी जमीन के कागजात बाहर एक-एक कर मिल जाएंगे

- यहां आने वालों का एक पहचान पत्र लिया जाना जरूरी किया गया था।

यह है व्यवस्था

- मुख्य गेट में कोई ताला नहीं। जब भी जो चाहे आ जा सकता है

- कार्यालय के बाहर ही लेनदेन से लेकर सभी तरह की बात तय होती

- कार्यालय आने या जाने वालों से पहचान पत्र लेना भी बंद कर दिया गया

- अभिलेखागार में वे भी बेरोकटोक आ जा रहे जिसे दलाली में कई बार गिरफ्तार किया जा चुका है। डीसीएलआर पश्चिम व राजस्व अभिलेखागार प्रभारी कुमार प्रशांत ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी। किस तरह से व्यवस्था में गड़बड़ी हो रही इसकी भी पड़ताल होगी। जो दोषी होंगे उसपर कार्रवाई की जाएगी।


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