दो यूनिट ब्लड @ 18 हजार, एसकेएमसीएच में गर्भवती के स्वजन से दलालों ने ठगे रुपये
SKMCH में तमाम उपायों के बाद भी दलालों पर रोक लगाना संभव नहीं हो पा रहा है। किसी न किसी रूप में गरीब मरीज के स्वजन को वह अपना निशाना बना ही ले रहे हैं। मंगलवार को एमसीएच में ऐसा ही देखने को मिला जब उसने खून की कमी से परेशानी एक गर्भवती के स्वजन से दो यूनिट खून के लिए 18 हजार ठग लिए और खून भी नहीं दिया।

Muzaffarpur News:एसकेएमसीएच में दलालों की सक्रियता से मरीजों को हो रही परेशानी। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur News: सरकार की ओर से मरीजों की सुविधा के लिए अस्पतालों में तमाम उपाय किए जा रहे हैं।
बावजूद कुछ न कुछ ऐसा हो जा रहा है जिससे गरीब इन सरकारी अस्पतालों से लुट कर ही बाहर निकलता है। मंगलवार को वैशाली से एसकेएमसीएच पहुंची एक गर्भवती के स्वजन के साथ कुछ ऐसा ही देखने को मिला।
एसकेएमसीएच के मातृ-शिशु अस्प्ताल (एमसीएच) में गर्भवती के स्वजन से खून के नाम पर 18 हजार रुपए ऐंठने का मामला सामने आया है।
रुपया देने के बाद भी खून नही मिलने को लेकर आक्रोशित मरीज के स्वजन ने हंगामा किया। रुपये लेने वाले व्यक्ति की खोजबीन करने लगे।
हालांकि लोगों के आक्रोश को देख खून के देने के नाम पर रुपए लेने वाला व्यक्ति मौका मिलते ही वहां से निकल गया।
वैशाली जिला के मणिपुर की खुशबू कुमारी के स्वजन ने बताया कि वह तीन माह की गर्भवती है। खून की कमी होने पर एसकेएमसीएच के एमसीएच पहुंचे थे।
चिकित्सक ने खून की कमी बताई। दो यूनिट तत्काल खून चढ़ाने का सलाह दी। हालत बिगड़ती देख स्वजन एमसीएच मे ही विलाप करने लगे। एक व्यक्ति से उसकी मदद रुपये पर करने की जानकारी दिया।
प्रत्येक यूनिट नौ हजार रुपये तय करते हुए उससे दो यूनिट का 18 हजार रुपये ऐंठ लिया। दो-तीन घंटे बाद खून देने को लेकर जब अस्पताल के कर्मचारी मरीज को खोजबीन शुरू की तब स्वजन रुपये लेने वाले व्यक्ति की तलाश शुरू की।
संबंधित व्यक्ति नहीं मिलने पर फोन किया, मगर नहीं लगा। बाद में स्वजन ने एक यूनिट ब्लड डोनेट कर मरीज को उपलब्ध करवाया।
उपाधीक्षक डा. सतीश कुमार सिंह ने बताया कि दलालों के झांसा से बचने संबंधित जागरुक्ता माइकिंग के जरिए किया जा रहा है। इसके बाद भी लोग दलालों के चंगुल मे फंस रहे हैं।
उन्होंने बताया कि दलालों के प्रवेश पर रोक लगाने का सख्त आदेश अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों को दिया गया हुआ है। किसने रुपये लिए इसकी तहकीकात करवाएंगे।
एसकेएमसीएच ओपी का इंकार
खून उपलब्ध कराने के नाम पर 18 हजार रुपये लेने के मामले को लेकर खुशबू के स्वजन शिकायत करने एसकेएमसीएच ओपी पहुंचे।
वहां डयूटी मे तैनात महिला दरोगा उसकी शिकायत की जांच करने के बजाए उसे लौटा दी। खुशबृ के स्वजन ने बताया कि दरोगा ने बताया कि ठगी की शिकार तुम हुई हो, तुम जानो। पुलिस इसमे कुछ नही कर सकेगा।
अस्पताल प्रशासन को चाहिए कि वह इलाज की समुचित व्यवस्था कराने के साथ ही साथ ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले भोले भाले लोगों को इन दलालों के चंगुल से बचाने के लिए भी सख्त इंतजाम करे। अन्यथा इतनी मेहनत पर इस तरह के लोग पानी फेर देते हैं।

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