देखते ही देखते ध्वस्त हो गई पुलिया, बाढ़ से कटाव की वजह से हो गई थी कमजोर
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में कदाने नदी पर बनी लहोरना पुलिया सुबह तकरीबन सात बजे देखते ही देखते पुलिया भरभराकर जमींदोज हो गई। इस कारण से वाहनों को अपना रूट बदलना पड़ा।
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। बिहार के मुजफ्फपुर जिले के सकरा प्रखंड को वैशाली जिले से जोडऩे वाली लहोरना पुलिया मंगलवार की सुबह ध्वस्त हो गई। अर्से से कमजोर यह पुलिया बाढ़ के दबाव के चलते और जर्जर हो गई थी। सुबह तकरीबन सात बजे देखते ही देखते पुलिया भरभराकर जमींदोज हो गई।
कदाने नदी पर बनी पुलिया के टूटते ही हाहाकार मच गया। मरीचा चौक, बरियारपुर होकर सबहा चौक के पास एनएच 28 को जोडऩे वाली सड़क पर वाहनों की रफ्तार थम गई। इस रास्ते पटना जाने वाले वाहनों को अपना रूट बदलना पड़ गया।
बीच से टूटी पुलिया
सोमवार को ही पुलिया का एक पाया पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। इसकी वजह से वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया था। सुबह होते-होते पुलिया बीच से ध्वस्त हो गई।
एक लाख की आबादी प्रभावित
पुलिया के टूटने से सबहा, मरीचा, बरियारपुर, रघुनाथपुर, बाधी, राजा पाकड़, कटेसर, सकरा बाजित, सकरा सहित करीब एक दर्जन से अधिक पंचायतें प्रभावित हो गई हैं। करीब एक लाख से अधिक की आबादी का प्रखंड मुख्यालय से इस रास्ते होकर आवागमन ठप पड़ गया है।
मौके पर पहुंचे अधिकारी
पुलिया के टूटने की सूचना पर सकरा सीओ अजीत कुमार झा सहित अन्य अधिकारी पहुंचे। सीओ ने ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंताओं को वहां पर डायवर्सन बनाने का निर्देश दिया है।
बड़े वाहनों के लिए दो-तीन किमी का लंबा फेरा
पुल से कुछ मीटर पहले मछी गांव से होकर एक कच्ची सड़क जाती है, इस रास्ते तिपहिया-दोपहिया वाहन आ जा रहे हैं, लेकिन इन्हें भी फेरे लगाने पड़ रहे हैं। वहीं, बड़े वाहन-कार, जीप, ट्रक और बसें वगैरह के लिए दो-तीन किलोमीटर का लंबा फेरा है।
इस पुल से दो-तीन किलोमीटर पहले झिटकाही गांव होकर एक रास्ता बाजीपुर के पास जाकर मिलता है। वहां से बरियारपुर होते हुए मरिचा के पास निकल जाता है। बड़े वाहनों की आवाजाही का यही विकल्प रह गया है।