भूअर्जन के चक्कर में फंसा आथर पुल निर्माण
क्षेत्र के आथर में पुल का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम व भूअर्जन विभाग के चक्कर में फंस गया है।
मुजफ्फरपुर : क्षेत्र के आथर में पुल का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम व भूअर्जन विभाग के चक्कर में फंस गया है। अब तक कई किसानों को मुआवजे का भुगतान नहीं हुआ जिससे कम बाधित है। वैसे भी निर्माण में दो वर्ष विलंब हो चुका है और जो स्थिति है उससे यह कहीं से नहीं लगता कि इस वर्ष भी पुल निर्माण कार्य पूरा हो सकेगा। जो संपर्क पथ बनाया गया है, वह भी अधूरा है। संपर्क पथ को मिट्टी से भर कर बनाना था लेकिन स्थानीय बालू से भर कर ऊंचा कर दिया गया है। अगर बाढ़ आई तो पानी का एक भी झोंका बर्दाश्त नहीं कर सकेगा। बालू पानी में बह जाएगा। संपर्क पथ में जो छोटा छोटा पुल बनाया गया है, पानी के बहाव के लिए नाकाफी है। इधर, पुल निर्माण निगम के सहायक अभियंता राजेन्द्र सिंह ने बताया कि किसानों का मुआवजा भुगतान नहीं होने के कारण ही कार्य बाधित है। वहीं संपर्क पथ में पड़ने वाले घरों को अबतक शिफ्ट नहीं किया गया है। लोग वहा अड़े हैं कि जब तक पुनर्वास की व्यवस्था प्रशासन नहीं करेगा, घर नहीं हटाएंगे। गाव के नवल महतो ,योगेंद्र महतो, संजीव कुमार आदि ने बताया कि जिस रूप में कार्य शुरू हुआ था उससे लगा था कि लोगो का कष्ट दूर जल्द हो जाएगा, लेकिन अब जिस रफ़्तार में काम हो रहा है उससे लगता है कि इस वर्ष भी किसी हाल में काम पूरा नहीं हो पाएगा। इस कार्य के प्रति जिला प्रशासन का भी रवैया नकारात्मक ही रहा। इधर, संवेदक ने भी इस कार्य स्थल से अपना सामान समेट कर दूसरे साइट भर भेज दिया है। जबकि स्थानीय लोगों ने कहा कि कार्य करने वाली एजेंसी अपना स्टीमेट रिवाइज़ कराने के फिराक में है।