बालिका गृह यौन हिंसा प्रकरण : खुलने लगा राज, पानी टंकी में ब्रजेश ने किशोरी की डूबाेकर की थी हत्या
जांच के दौरान सीबीआइ को एक बच्ची की हत्या करने का चला है पता, बालिका गृह भवन की पानी टंकी से सीबीआइ ने लिया मिट्टी व बाल का नमूना।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बालिका गृह यौन हिंसा प्रकरण में ब्रजेश ठाकुर का एक राज सामने आया है। यौन हिंसा प्रकरण के आरोपित ब्रजेश ठाकुर ने एक किशोरी की हत्या बालिका गृह भवन के पानी टंकी में डूबाकर कर दी थी। जांच के क्रम में इसकी जानकारी सीबीआइ को मिली जिसके बाद शुक्रवार को जांच एजेंसी की टीम साहू रोड स्थित ब्रजेश के आवासीय परिसर स्थित बालिका गृह दफ्तर के भवन पर पहुंची और छत पर जाकर टीम के सदस्यों ने पानी टंकी को खाली कर मिट्टी व बाल का नमूना एकत्र किया।
सीबीआइ के एडिशनल एसपी पीके झा ने बताया कि अब तक गिरफ्तार आरोपितों और बच्चियों से पूछताछ में पता लगा कि ब्रजेश ठाकुर ने एक किशोरी को उक्त टंकी में डूबाकर मार दिया था। इसलिए इसकी जांच कर पानी टंकी से नमूना लिया गया है। फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट होगी। इनके साथ एफएसएल की टीम भी मौजूद थी। जांच के दौरान बालिका गृह परिसर की चारों तरफ से नाकेबंदी कर दी गई थी।
छत की कई जगहों पर कराई गई हल्की खुदाई
सीबीआइ के एडिशनल एसपी के नेतृत्व में सीबीआइ की विशेष टीम बालिका गृह भवन के छत पर पहुंची। सफाई के लिए मजदूरों को भी बुलाया गया था। करीब 15 हजार लीटर वाले पानी टंकी को खाली किया गया। छत पर कई जगहों पर हल्की खुदाई भी की गई। टंकी खाली होने के बाद एफएसएल ने जांच के लिए भीतर से मिट्टी व बाल का नमूना एकत्र कर अपने साथ ले गई।
मधु ने तो नहीं दी जानकारी!
मधु के जेल जाने के ठीक अगले दिन सीबीआइ की टीम ने बालिका गृह पहुंचकर पानी टंकी की तलाशी ली। इसे लेकर आशंका जताई जा रही है कि ब्रजेश की राजदार मधु ने तो कहीं नहीं सीबीआइ को यह अहम जानकारी दी है। हालांकि सीबीआइ अधिकारियों ने इससे इन्कार किया है। लेकिन, कार्रवाई के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गई।
नदी और शमशान घाट में खोजा गया था किशोरियों का शव
बीते दिनों सीबीआइ ने शमशान घाट और नदी में भी किशोरियों का शव खोजने के लिए तलाशी ली थी। शमशान घाट में खुदाई कर एक कंकाल भी जांच के लिए जब्त की थी। यह कंकाल बालिका गृह की एक बच्ची का बताया गया था। हालांकि, अब तक फोरेंसिक की रिपोर्ट नहीं आई है। नदी में तलाशी के बाद कुछ बरामद नहीं हुआ था।