बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में क्यों विलंब से घोषित होता है प्रत्येक परीक्षा परिणाम, कहां फंसता है पेंच
चार महीने से बीएड प्रथम वर्ष के परिणाम का इंतजार कर रहे अभ्यर्थी। सीटीईटी के लिए 31 तक भरा जाना है फार्म। इस बार आवेदन करने से चूक गए तो उन्हें फिर काफी इंतजार करना होगा। बीएड सत्र 2021- 23 के प्रथम वर्ष की परीक्षा जून में समाप्त हुई थी।
मुजफ्फरपुर, जासं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में सभी परीक्षाओं का परिणाम विलंब से जारी होता है। इस कारण विश्वविद्यालय का सत्र विलंब से चल रहा है। तीन वर्ष का स्नातक चार से पांच वर्ष में पूरा हो रहा तो दो वर्ष के पीजी में तीन वर्ष समय लग जा रहा। यह सिर्फ सैद्धांतिक ही नहीं वोकेशनल और प्रोफेशनल कोर्स का भी यही हाल है। इसका मुख्य कारण है कि परीक्षा विभाग व समन्वय का अभाव है। परीक्षा के बाद इंटरनल मार्क्स भेजने से लेकर प्रायोगिक परीक्षा का अंक भेजे जाने में कालेज विलंब करते हैं। इसके बाद विश्वविद्यालय स्तर पर विलंब होता है। बीएड सत्र 2021- 23 के प्रथम वर्ष की परीक्षा जून में समाप्त हुई थी।
फिर एक साल करना होगा इंतजार
वहीं द्वितीय वर्ष की परीक्षा अगस्त में हुई थी। इसके बाद से अभ्यर्थी परिणाम के लिए प्रतीक्षा कर रहे हैं। 31 नवंबर तक सीटीईटी के लिए फॉर्म भरा जाना है। इसको लेकर डेढ़ महीने से अभ्यर्थी परिणाम जारी करने की मांग कर रहे हैं। विश्वविद्यालय उस समय से ही शीघ्र परिणाम जारी का आश्वासन दे रहा है। अभ्यर्थी प्रांजलि शर्मा व केशव कुमार ने बताया कि यदि यह मौका हाथ से निकल गया तो फिर एक साल तक इंतजार करना पड़ेगा। अबतक परिणाम जारी हो जाना चाहिए था। छात्रों ने परीक्षा विभाग पर लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया।
स्नातक द्वितीय वर्ष और पीजी का रिजल्ट भी लंबित
विश्वविद्यालय लगातार सत्र को अपडेट करने के लिए तेजी से कार्य करने का दावा कर रहा है, लेकिन धरातल पर यह प्रयास कभी दिखा ही नहीं। स्नातक सत्र 2019-22 के द्वितीय वर्ष की परीक्षा समाप्त हुए तीन महीने से अधिक बीत चुके हैं। अबतक परिणाम का इंतजार हो रहा है। पीजी का भी यही हाल है।