BRA Bihar University,Muzaffarpur: एचआरडीसी में दर्जन भर कोर्स के संचालन की मिली अनुमति
BRA Bihar University Muzaffarpur संस्था के निदेशक प्रो.मनेंद्र कुमार ने कहा कि यूजीसी से जुलाई के अंत तक अनुदान मिलने की उम्मीद है। इसके बाद पाठ्यक्रमों का संचालन आरंभ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी आनलाइन ही वर्ग संचालित होंगे।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। BRA Bihar University, Muzaffarpur: यूजीसी ने बिहार के दो विश्वविद्यालयों के मानव संसाधन विकास केंद्र (एचआरडीसी) में नए सत्र में चलाए जाने वाले पाठ्यक्रमों की सूची जारी की है। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के एचआरडीसी में सत्र 2021-22 में चार फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम, जंतु विज्ञान, वनस्पति शास्त्र, भौतिकी, गृह विज्ञान, हिंदी व शिक्षा में रिफ्रेशर कोर्स, समाज विज्ञान में अंत:विषय रिफ्रेशर कोर्स चलाए जाएंगे। नैक एवं रूसा का महत्व, जेंडर सेंसीटाइजेशन, एकेडमिक एडमिनिस्ट्रेटर की कार्यशाला, मुक्स ई-कंटेंट, प्राचार्यों की कार्यशाला, लीडरशिप डेवलपमेंट कार्यक्रम, रिसर्च स्कालर्स के लिए इंटेरैक्शन कार्यक्रम, उच्चतर शिक्षा में महिलाओं का योगदान एवं विकास पर लघु पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे। वहीं आचार नीति और जलवायु परिवर्तन, योगा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और पोस्ट कोविड डिजास्टर मैनेजमेंट पर वेबिनार का आयोजन किया जाएगा। संस्था के निदेशक प्रो.मनेंद्र कुमार ने कहा कि यूजीसी से जुलाई के अंत तक अनुदान मिलने की उम्मीद है। इसके बाद पाठ्यक्रमों का संचालन आरंभ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी आनलाइन ही वर्ग संचालित होंगे। यूजीसी की ओर से यदि कोई नया दिशानिर्देश आता है तो उस अनुसार निर्णय लिया जाएगा।
45 कालेजों की एक हजार से अधिक डिग्री बनकर तैयार
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से 45 कालेजों की बैकलाग की डिग्री को तैयार कर लिया गया है। अब उसे कालेजों में भेजने की तैयारी है। परीक्षा विभाग की ओर से बताया गया कि बैकलाग की काफी डिग्री बची हुई थी। इस कारण प्रतिदिन छात्र-छात्राएं विवि पहुंच रहे थे। शिक्षक और दारोगा बहाली को लेकर उन्हें डिग्री की जरूरत थी। ऐसे में विभाग प्राथमिकता के तौर पर बैकलाग के सभी आवेदनों को निष्पादित कर रहा है। 45 कालेजों के एक हजार से अधिक डिग्री तैयार हैं। इन कालेजों को कहा गया है कि शीघ्र इसे विभाग से प्राप्त कर छात्रों को उपलब्ध कराएं। साथ ही बताया गया कि अब छात्र डिग्री कालेज से ही प्राप्त करेंगे। उन्हें अब विवि से सीधे डिग्री नहीं मिल पाएगा। बता दें कि डिग्री के लिए आवेदन करने के बाद दो-तीन वर्ष बाद भी कई छात्र विवि पहुंचे तो उन्हें कोई उत्तर नहीं मिल रहा। ऐसे आवेदनों को शीघ्र निष्पादित करने की बात कही गई है।