BRA Bihar University, Muzaffarpur : पीजी में नामांकन को आज आवेदन की आखिरी तिथि
BRA Bihar University Muzaffarpur अगले महीने जारी होगी मेधा सूची शीघ्र शुरू होगी प्रक्रिया। इतिहास में सबसे अधिक आवेदन पर्सियन में मात्र एक आवेदन। विवि की ओर से निर्धारित 5350 सीटों के लिए अबतक करीब पंद्रह हजार छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है।
मुजफ्फरपुर, जासं। BRA Bihar University, Muzaffarpur: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के पीजी विभागों और कॉलेजों में स्नातकोत्तर में दाखिले के लिए शुक्रवार को आवेदन की अंतिम तिथि है। विवि की ओर से निर्धारित 5350 सीटों के लिए अबतक करीब पंद्रह हजार छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है। आठ विषयों में आवेदन की संख्या सौ से भी कम है। जबकि, उर्दू, समाजशास्त्र, बॉटनी, रसायनशास्त्र और गृहविज्ञान जैसे विषयों में आवेदकों की रूचि नहीं दिखी है। इस कारण इन विषयों में सीट से आधे या उससे भी कम आवेदन आए हैं। सबसे अधिक आवेदन इतिहास में प्राप्त हुए हैं। इसमें 4036, कॉमर्स में 1901, मनोविज्ञान में 1384, जूलॉजी में 1169, गणित में 1097, भूगोल में 1019 आवेदन आए हैं। वहीं भौतिकी, ङ्क्षहदी और अंग्रेजी में भी आवेदकों की संख्या पांच सौ से अधिक है। विवि की ओर से मई में नामांकन के लिए केंद्रीकृत मेधा सूची जारी की जाएगी। आवंटित कॉलेजों में ही छात्रों को नामांकन लेना होगा। कॉलेज का विकल्प बदला नहीं जाएगा। यदि छात्र आवंटित कॉलेज में दाखिला नहीं लेते हैं तो दूसरी मेधा सूची जारी होते ही उनके नामांकन का दावा समाप्त हो जाएगा। आवेदन के लिए पोर्टल शुक्रवार की रात्रि 11 बजे तक खुला रहेगा।
ऑनस्पॉट नहीं होगा नामांकन
विवि की ओर से पिछले बार ऑनस्पॉट नामांकन के दौरान हुए हंगामा को देखते हुए इस वर्ष किसी भी हाल में ऑनस्पॉट नामांकन नहीं लेने की बात कही गई है। कहा गया कि इससे विधि-व्यवस्था से संबंधित समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि अधिकतम चार बार विवि की ओर से मेधा सूची जारी की जाएगी। छात्रों के ईमेल पर भी आवंटित कॉलेज के संबंध में जानकारी दी जाएगी।
ऑनलाइन एजुकेशन के प्रति नहीं दिख रही छात्रों की रुचि, इक्का-दुक्का कक्षाओं में जुड़ रहे
मुजफ्फरपुर : कोरोना संक्रमण के कारण शिक्षण संस्थानों में कक्षाओं का संचालन करने पर रोक लगाया गया। इसके बाद ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का निर्देश दिया गया। पहले सप्ताह में तो कॉलेजों की ओर से कक्षाएं नहीं चलीं, लेकिन अब शिक्षकों ने ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की तो इक्का-दुक्का छात्र ही इन कक्षाओं में शामिल हो रहे हैं। शिक्षकों ने बताया कि ऑनलाइन कक्षाएं अब नियमित चल रही हैं, लेकिन छात्र इससे नहीं जुड़ पा रहे हैं। अलग-अलग कक्षाओं के छात्रों को विभिन्न शिफ्ट में अध्यापन कार्य किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे कई छात्रों ने बताया कि ऑनलाइन कक्षाओं में जुडऩे में परेशानी हो रही है। सही से नेटवर्क काम नहीं करता। किसी तरह जुड़ भी गए तो कक्षा में बताई जा रही बात स्पष्ट नहीं सुन पाते। छात्रों ने कहा कि शिक्षकों को शिक्षण सामग्री पीडीएफ में उपलब्ध कराना चाहिए। ताकि उसे डाउनलोड कर पढ़ा जा सके। छात्रों ने ङ्क्षचता जताई कि यदि यही हाल रहा तो परीक्षा की तैयारी कैसे होगी।