BRA Bihar University: समन्वय के आभाव में स्नातक पार्ट वन के लिए डेढ़ वर्ष बाद भी नहीं हुआ रजिस्ट्रेशन
BRA Bihar University पहले 15 जनवरी और अब 30 जनवरी तक बढ़ाई गई रजिस्ट्रेशन की तिथि। डेढ़ वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद अब तक विश्वविद्यालय प्रशासन 70 हजार छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन नहीं कर सका है। परीक्षा विभाग की ओर से कई बार कॉलेजों को रिमाइंडर भेजा गया।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। BRA Bihar University: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में समन्वय नहीं होने का खामियाजा छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है। दरअसल स्नातक सत्र 2019- 22 के लिए 2019 में ही नामांकन हुआ था। इसके बाद रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हुई थी। डेढ़ वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद अब तक विश्वविद्यालय प्रशासन 70 हजार छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन नहीं कर सका है। परीक्षा विभाग की ओर से कई बार कॉलेजों को रिमाइंडर भेजा गया। लेकिन कॉलेजों की ओर से भी लापरवाही बरती गई।
इधर रजिस्ट्रेशन सेक्शन की ओर से भी संज्ञान नहीं लिया गया। इस कारण स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षा में विलंब हो रहा है। परीक्षा नियंत्रक डॉ.मनोज कुमार ने बताया कि परीक्षा को लेकर फॉर्म भरने की तिथि जारी की जाने वाली थी। इसी बीच रजिस्ट्रेशन सेक्शन की ओर से पंजीयन की तिथि 15 जनवरी तक बढ़ाई गई। इसके बाद फिर 30 जनवरी तक तिथि बढ़ा दी गई है। ऐसे में परीक्षा में विलंब होना तय है। उन्होंने बताया कि जब तक पंजीयन शाखा की ओर से कुल छात्र छात्राओं की संख्या और पंजीयन नंबर नहीं भेज दिया था तब तक एडमिट कार्ड जारी करना संभव नहीं है। साथ ही केंद्रों की संख्या निर्धारित करने में भी परेशानी होगी।
अगले महीने शुरू होगी फॉर्म भरने की प्रक्रिया
स्नातक पार्ट वन के परीक्षा फॉर्म भरने की प्रक्रिया फरवरी में शुरू की जाएगी। छात्र छात्राओं को 15 दिनों का समय दिया जाएगा। इसके बाद परीक्षा मार्च में आयोजित की जाएगी। क्योंकि फरवरी में इंटर और मैट्रिक की परीक्षा प्रस्तावित है ऐसे में परीक्षा केंद्र खाली नहीं होने के कारण परीक्षा विलंब हो रहा है।
विश्वविद्यालय में शुरू हो बज्जिका की पढ़ाई
मुजफ्फरपुर: बज्जिका विकास मंच की आमसभा रविवार को नयाटोला स्थित थियोसॉफिकल लॉज के सभागार में हुई। महामंत्री डॉ.शारदाचण ने मंच के क्रियाकलापों और आगामी योजनाओं को सभा के सामने रखा। सभा में मुजफ्फरपुर, वैशाली, समस्तीपुर, पटना, दरभंगा, सीतामढी, शिवहर एवं पूर्वीचंपारण के प्रतिनिधि प्रतिनिधियों ने भाग लिया। मौके पर बज्जिका भाषा को आठवीं सूची में शामिल करने के लिए केंद्र सरकार को स्मार पत्र सौंपने, विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर पर बज्जिका की पढ़ाई शुरू करने, 21 फरवरी को मातृभाषा दिवस पर वाॢषक समारोह आयोजित करने, वेबसाइट का विस्तार करने, बज्जिका के आधुनिक साहित्यकार भाग-3 व बज्जिका भाषा की समीक्षा पुस्तक प्रकाशित करने पर विचार किया गया। मौके पर रामनरेश प्रसाद शर्मा, उदय नारायण सिंह, ज्वाला सांध्यपुष्प, डॉ.सतीश चंद्र भगत, अखौरी चंद्रशेखर, प्रेम कुमार वर्मा, बीबी सिन्हा, मणिभूषण प्रसाद सिंह, अमिताभ कुमार सिन्हा, प्रभात रंजन, अपूर्व, रमेश प्रसाद वर्मा, मधुमंगल ठाकुर आदि प्रमुख रहे। मंच की ओर से प्रकाशित बज्जिका लोक पत्रिका समवेत का लोकार्पण किया गया।