BRA Bihar University: विवि बंद करा हंगामा कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज, दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
BRA Bihar University ड्यूक हॉस्टल में कमरा आवंटित करने और प्राचार्य पर आरोप लगा उन्हें बर्खास्त करने की छात्र कर रहे थे मांग। आधा दर्जन छात्रों को आईंं चोटेें। दो छात्रों को पुलिस ने किया गिरफ्तार पुलिस छावनी में तब्दील हुआ विश्वविद्यालय।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में सोमवार को ड्यूक हॉस्टल में कमरा आवंटित करने और प्राचार्य पर आरोप लगाकर उन्हें बर्खास्त करने की मांग करने को लेकर हंगामा कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। पुलिस ने छात्रों को पूरे परिसर में दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इस क्रम में कई छात्र जख्मी हो गए। दो छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार सुबह करीब 10 बजे इंटर का एडमिट कार्ड बांटने और स्नातक में ऑन स्पॉट नामांकन के लिए छात्र एलएस कॉलेज पहुंचे थे। ड्यूक हॉस्टल के छात्रों और विवि के छात्र नेताओं ने कॉलेज के सभी विभागों, एडमिट कार्ड वितरण और स्नातक के नामांकन की प्रक्रिया को बंद करा दिया। इसके बाद छात्र विश्वविद्यालय पहुंचे। वहां कर्मियों को विवि से बाहर कर सभी विभागों को बंद करा गेट के बाहर धरना पर बैठ गए। सूचना पर कुलानुशासक डॉ.अजीत कुमार छात्रों से वार्ता के लिए पहुंचे। उन्होंने शनिवार को छात्रों ने जिन दो मुद्दों को रखा था उसपर कुलपति से हुई वार्ता की जानकारी दी।
छात्र प्राचार्य के खिलाफ जांच कमेटी गठित करने और उन्हें बर्खास्त करने की मांग पर अड़े थे। जब छात्र नहीं माने तो कुलानुशासक ने विवि के अन्य अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद जिला प्रशासन व पुलिस को जानकारी दी गई। एसडीओ पूर्वी डॉ.कुंदन कुमार और डीएसपी टाउन रामनरेश पासवान मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाया। काफी देर बाद भी छात्र मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। थानाध्यक्ष श्रीकांत ने बताया कि हंगामा कर रहे निकेश कुमार व अभिषेक कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
इस बारे में एसडीओ पूर्वी डॉ.कुंदन कुमार ने कहा कि एलएस कॉलेज और विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों ने पूर्ववर्ती छात्रों के उकसाने पर विवि बंद करा दिया। प्रशासन की ओर से उन्हें समझाने का प्रयास किया गया तो वे नहीं माने। ऐसे में विवि के कामकाज के संचालन के लिए प्रशासन ने बल प्रयोग किया। दो छात्रों को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं , कुलानुशासक डॉ.अजीत कुमार ने कहा कि बिहार विश्वविद्यालय को बंद कर धरना पर बैठे छात्रों से वार्ता की गई, लेकिन वे नहीं माने तो विवि के वरीय अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। छात्रों को विवि के संचालन में मदद करना चाहिए।