BRA Bihar University: पीजी में सीट से भी कम आए आवेदन, बढ़ाई जाएगी तिथि
BRA Bihar University पीजी में विभाग और कालेजों को मिलाकर करीब सात हजार सीटें हैं लेकिन 56 सौ विद्यार्थियों ने ही आवेदन किया है। अध्यक्ष छात्र कल्याण डा.अभय कुमार सिंह ने बताया कि इसकी तिथि 10 दिन बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। BRA Bihar University: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीजी सत्र 2021-23 में नामांकन के लिए गुरुवार को अंतिम तिथि है। अबतक सीट के बराबर भी आवेदन नहीं आए हैं। पीजी में विभाग और कालेजों को मिलाकर करीब सात हजार सीटें हैं, लेकिन 56 सौ विद्यार्थियों ने ही आवेदन किया है। अध्यक्ष छात्र कल्याण डा.अभय कुमार सिंह ने बताया कि इसकी तिथि 10 दिन बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। बता दें कि पीजी में पिछले सत्र में सीट से चार गुना अधिक विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। इस बार आवेदन की अंतिम तिथि तक सीट भर आवेदन भी नहीं आए हैं।
स्नातक द्वितीय वर्ष में 50 हजार विद्यार्थियों ने ही भरे परीक्षा फार्म
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के विभिन्न कालेजों में सत्र 2019-22 के द्वितीय वर्ष का परीक्षा फार्म भरने में विलंब हो रहा है। दो बार तिथि आगे बढ़ाए जाने के बाद भी अबतक आधे विद्यार्थियों के ही फार्म विश्वविद्यालय को मिले हैं। 30 जून को बिना विलंब शुल्क के फार्म भरने की अंतिम तिथि है। विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस सत्र में एक लाख से अधिक विद्यार्थी नामांकित हैं। अबतक 50 हजार विद्यार्थियों का ही कालेजों ने विश्वविद्यालय को भेजा है। बताया जा रहा है कि कालेजों ने कुछ विद्यार्थियों का फार्म जमा कर रखा है, लेकिन इंटरनेट की स्पीड कम होने के कारण उसे विश्वविद्यालय को भेजने में विलंब हो रहा है। द्वितीय वर्ष की परीक्षा जुलाई में प्रस्तावित है। एक महीने से फार्म भरे जा रहे हैं। इसके बाद एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा।
सौ स्कूलों में विद्यालय प्रबंध समिति का गठन नहीं
मुजफ्फरपुर : जिले के 100 राजकीयकृत, परियोजना, नव उत्क्रमित और उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में अबतक प्रबंध समिति का गठन नहीं किया गया है। 30 जून तक ऐसे स्कूल के प्रधानाध्यापकों को अंतिम चेतावनी दी गई है। कहा गया है कि इसके बाद उनका वेतन बंद करते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी अब्दुस सलाम अंसारी ने इसको लेकर सभी स्कूलों को पत्र भेज है। कहा है कि स्थानीय विधायक की अध्यक्षता में उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रबंध समिति का गठन करना है। 2020 में संपन्न विधानसभा चुनाव के बाद से ही स्कूलों को निर्देश दिया जा रहा है, इसके बाद भी 100 स्कूलों ने अबतक इस दिशा में पहल नहीं की है। 300 स्कूलों ने प्रबंध समिति का गठन कर जिला शिक्षा विभाग को रिपोर्ट भेज दिया है। विद्यालय के विकास सहित अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रबंध समिति की अहम भूमिका होती है। 30 तक समिति का गठन करते हुए अगले महीने कार्यकारिणी की पहली बैठक आयोजित करने को कहा गया है।