बूढ़ी गंडक और बागमती नदी खतरे के निशान से उपर, शहर पर बढ़ रहा दबाव Muzaffarpur News
बूढ़ी गंडक का जलस्तर खतरे के निशान से सात सेंटीमीटर उपर यानी 52.60 पर पहुंच गया है। जबकि खतरे का निशान 52.53 मीटर पर चिन्हित है। पिछले 24 घंटे में 13 सेंटीमीटर की वृद्धि।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बूढ़ी गंडक और बागमती नदी में उफान जारी है। शहर से सटे गुजरने वाली बूढ़ी गंडक व बागमती नदी खतरे का निशान पार कर गई है। बूढ़ी गंडक का जलस्तर खतरे के निशान से सात सेंटीमीटर उपर यानी 52.60 पर पहुंच गया है। जबकि खतरे का निशान 52.53 मीटर पर चिन्हित है। बूढ़ी गंडक के जलस्तर में पिछले 24 घंटे में 13 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। इधर, बागमती का जलस्तर 55.73 मीटर पर चल रहा है, जबकि खतरे का निशान 55.70 मीटर है। जलस्तर में वृद्धि जारी है।
इधर, जलस्तर बढऩे से शहर पर दबाव बढ़ रहा है। सिकंदरपुर ढाब व बालूघाट इलाके में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। निचले इलाके से लोगों का पलायन शुरू हो गया है। वे बांध पर शरण ले रहे हैं। बूढ़ी गंडक बांध में मीनापुर के डूमरिया, मोतीपुर के मोरसंडी, मोतीपुर के पहाड़चक तथा सिकन्दरपुर के कुंडल में दबाव बना हुआ है। अभियंताओं का दल लगातार निगरानी कर रहा है। कार्यपालक अभियंता अबरार अरशद ने बताया कि बांध पर निगरानी की जा रही है, अभी खतरा नहीं है। बूढ़ी गंडक के खतरे के निशान पार कर जाने के बाद ज्यादा सजगता रखी जा रही है। इधर, सहायक अभियंता ई. कपिलदेव कुंवर, कनीय अभिंयता ई. सुनील कुमार की देखरेख में बांधों पर पेट्रोलिंग की जा रही है।