रक्सौल के व्यवसायी का शव हायाघाट के समीप रेलवे ट्रैक से बरामद, सनसनी WestChamparan News
मृतक रक्सौल शहर के चर्चित रेडीमेड कपड़ा व्यवसायी के थे अनुज। एक दिन पूर्व सुबह निकले थे घर से मोबाइल पर नहीं हो रहा था संपर्क। फिर हायाघाट के समीप से शव बरामद हुआ।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। शहर के चर्चित रेडीमेड कपड़ा व्यवसायी हनुमान अग्रवाल के अनुज नरेश अग्रवाल के मौत की खबर मिलते ही शहर में सनसनी फैल गई। इस संबंध में अग्रज ने बताया कि एक दिन पूर्व यानी 22 दिसंबर को करीब 7:30 बजे सुबह दिनचर्या के अनुसार घर से मंदिर के लिए निकले थे। जब समय पर घर नहीं लौटे तो दिन के 9:30 बजे फोन किया गया। उनका मोबाइल बंद था। परिवार के लोगों ने समझा कि मोबाइल डिस्चार्ज होगा या वीरगंज चले गए है। जिसे संपर्क नहीं हो रहा है। जैसे-जैसे रात ढलती गई परिवार के लोग बेचैन होकर मित्र और रिश्तेदारों के घर फोन कर जानकारी लेने का प्रयास किया।
इसी बीच सुबह में ब्लॉक रोड स्थित युशु लॉज की मालकिन ने जब किसी आवश्यक कार्य के लिए फोन किया। तब वह फोन दरभंगा हायाघाट पुलिस ने उठाया और फोन पर आवश्यक जानकारी ली । तब बताया की उनका एक्सीडेंट हो गया है। इसकी सूचना उक्त महिला ने मृतक नरेश की पत्नी को दी।
जिसे परिवार के लोग बेचैन हो गए। भाई और रिश्तेदारों को पुलिस ने बताया दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड के हायाघाट क्षेत्र से रेलवे ट्रैक पर क्षत-विक्षत शव मिला है। परिवारजनों में दरभंगा से रक्सौल शव पहुंचते ही कोहराम मच गया है। घटना के बाद शहर में आक्रोश और दहशत है।
मौत के बाद लोग उठा रहे है सवाल
युवा व्यवसायी के मौत के बाद शहर के लोगों में चर्चा है कि नरेश की हत्या हुई है या उसने आत्महत्या की है या फिर उसकी दुर्घटना में हो गई है। इसका जवाब अपने आप में परिवार और नगर के लोग खोज रहे है। चर्चा है कि मामला लेन-देन का है। यहां जमीन कारोबार से जुड़ा है। जिसे अज्ञात लोगों ने अपहरण कर हत्या कर दिया है। जबकि परिवार के लोगों का कहना है कि किसी से कोई लेन-देन या विवाद उसे नहीं था। फिर यह सब कैसे हो गया। समझ में नहीं आ रहा है। युवक के शरीर पर काफी चोट का निशान है। फिलहाल जो भी हो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्पष्ट हो जाएगा की हत्या है कि दुर्घटना।
सीसीटीवी फुटेज से हो सकता है खुलासा
परिवार के लोगों को उम्मीद है कि सीसीटीवी फुटेज का जांच हो तो बहुत कुछ पर्दाफांश हो सकता है। अग्रज हनुमान अग्रवाल ने बताया कि रक्सौल स्टेशन, इंडियन ऑयल और स्थानीय थाना का सीसीटीवी फुटेज के जांच से कुछ जानकारी मिल सकती है। मेरे भाई के साथ कौन-कौन लोग रक्सौल स्टेशन गए। या फिर अपराधियों ने मेरे भाई का अपहरण कर सड़क मार्ग से तो नहीं ले गए है। इसके अलावा उसके मोबाइल के कॉल डिटेल से भी बहुत कुछ पता चल सकता है।