Bihar governments big decision: कोरोना का टीका नहीं तो वेतन नहीं, पुलिस विभाग में हड़कंप, जानिए और कौन-कौन जद में
बिहार सरकार के इस फैसले से मचा हड़कंप। पुलिस विभाग के अतिरक्त अन्य सरकारी सेवकों की बढ़ी चिंता।पश्चिम चंपारण के बगहा एसपी के आदेश के बाद टीका नहीं लगवाने वाले कर्मियों की सूची तैयार की जा रही है। सभी को टीकाकरण के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है।
पश्चिम चंपारण, जासं। सरकार के आदेश के आलोक में पुलिस जिले के सभी पुलिस कर्मियों के लिए कोराेना का टीका लेना अनिवार्य कर दिया गया है। मेजर जितेन्द्र प्रसाद ने बताया कि एसपी किरण कुमार गोरख जाधव के आदेश के आलोक में सभी पुलिस कर्मियों को इसकी जानकारी दे दी गई है। अगर इस सप्ताह के अंदर कोई पुलिस कर्मी कोरोना टीका से वंचित रहा तो उसके वेतन पर रोक लगा दी जाएगी। पुलिस लाइन में सभी पुलिस कर्मियों की सूची तैयार की गई है। एसपी के आदेश के बाद सभी पुलिस कर्मी टीका लेने के लिए पीएचसी में पहुंच रहे हैं। वहीं इस जानकारी केे बाद अन्य विभाग के कर्मचारी की चिंंता बढ़ गई है। हालांकि अभी उनके लिए स्पष्ट तौर पर आदेश नहीं आया है।
मास्क व शारीरिक दूरी से दूर रहेगा कोरोना
मास्क व शारीरिक दूरी से कोरोना का भय दूर रहेगा। बगहा दो पीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी सह कोविड-19 टीकाकरण अभियान के नोडल पदाधिकारी डॉ. रणवीर ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए मास्क लगाने के साथ रोग प्रतिरोधी क्षमता को भी मजबूत करने की जरूरत है। इसके लिए दिनचर्या में आवश्यक बदलाव लाना होगा। सुबह उठकर गर्म पानी के सेवन करने के साथ रहन सहन में साफ सफाई पर ध्यान देना आवश्यक है। गर्म व ताजा भोजन का उपयोग करने की सलाह देते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि कम से कम दो बार भाप लेना आवश्यक है।
मास्क ही वैक्सीन
डॉ. सिंह ने बताया कि कोरोना का प्रसार मुंह व नाक से निकलने वाली हवा से होता है। इससे बचने के लिए मास्क लगाना बेहद जरूरी है। फिलहाल बाजार में निकलने वाले अधिकांश लाेग मास्क नहीं लगा रहे हैं। कोरोना मरीजों का इलाज करनेवाले चिकित्सकों, वैक्सीनेशन या जांच में लगे स्वास्थ्यकर्मियों की बात छोड़ दी जाए तो मास्क की गंभीरता को कोई नहीं समझ रहा है। ऐसे में मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। नियमित टीकाकरण के लिए क्षेत्र में निकले स्वास्थ्य कर्मियों यथा एएनएम व आशा के साथ आंगनबाड़ी सेविकाओं के माध्यम से लोगों को मास्क लगाने की अपील की जा रही है। स्वास्थ्य कर्मियों माध्यम से प्रभातफेरी आदि के द्वारा भी लोगों को जागरूक किया जाता है।
अबतक एक हजार को टीका
शहरी पीएचसी में अब तक करीब एक हजार लोगों का टीकाकरण हो चुका है। प्रतिदिन औसतन 50 लोगों का टीकाकरण होता है। सरकारी कर्मियों के साथ आम लोगों को भी टीका लगाया जा रहा है।