Monsoon Wedding Bihar: घोड़ी नहीं नाव पर चढ़कर आया दूल्हा, टापू बने दुल्हन के घर में गूंजे विवाह के गीत; देखें VIDEO
Monsoon Wedding Bihar बिहार के बाढ़ प्रभावित पूर्वी चंपारण के गांवों में इन दिनों नाव पर बारात जा रही है। ढेकहां गांव में एक विवाह की इंटरनेट मीडिया में चर्चा है। वहां टापू बने एक घर में नाव पर बारात पहुंची। ऐसा ही एक विवाह रक्सौल में भी हुआ है।
पूर्वी चंपारण, जागरण संवाददाता। Amazing Marriage Idea: बिहार में बाढ़ (Bihar Flood) के हालात बन चुके हैं। कई इलाकों में पानी भर चुका है। नेपाल के जल-ग्रहण क्षेत्र में हो रही तेज बारिश (Heavy Rain) के कारण वहां से आने वाली नदियां अभी और तबाही लाएंगी। आफत भरे इस माहौल में भी लोग जीवन के सभी काम कर रहे हैं। ऐसे में भला शादी (Marriage) क्यों नहीं हो? बिहार के पूर्वी चंपारण में कहीं नाव पर दूल्हे राजा दिख रहे हैं तो कहीं बारात। पूर्वी चंपारण के ही बाढ़ के पानी से घिरे ढ़ेकहां गांव के लोगों का हौसला देखिए कि वहां नाव पर बारात आई और टापू बने घर में विवाह के गीत गूंजते सुने गए। जिले के रक्सौल में भी शादी करने नाव पर जाते एक दूल्हे का वीडियो वायरल है।
पूर्वी चंपारण के ढ़ेकहां में बंजरिया से नाव पर आई बारात
पूर्वी चंपारण के ढ़ेकहां वार्ड आठ के निवासी उज्जैन सहनी के घर उनकी पुत्री खुशबू कुमारी की बीती रात बारात आयी थी। गांव पूरी तरह से बाढ़ से घिरा है। इस कारण बारात के लिए नाव की व्यवस्था लड़की पक्ष ने कर रखा था। बाढ़ के पानी के बीच उज्जैन सहनी के टापू बने घर पर शादी समारोह का आयोजन किया गया। बारात पूर्वी चंपारण के ही बंजरिया प्रखंड के झखिया गांव से आयी।
बिहार के पूर्वी चम्पारण जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत ढ़ेकहां गांव, जहां चारों तरफ बाढ़ से घिरे एक घर में शादी की तैयारी की गई। यहां 20 जून को हुई शादी के लिए दूल्हे व बरातियों को दुल्हन के घर नाव से जाना पड़ा।@JagranNews #BiharFlood #BiharRain #MonsoonWedding pic.twitter.com/ZNlb3Ll1oP
— amit singh (@Join_AmitSingh) June 22, 2021
बारातियाें के लिए 18 हजार रुपये में भाड़ा पर लिए तीन नाव
उज्जैन सहनी ने बताया कि उन्होंने बेटी खुशबू की शादी महीनों पहले तय की थी, लेकिन ज्येष्ठ माह में ही बाढ़ कहर बरपा देगा, इसकी उम्मीद नहीं थी। उन्होंने बताया कि बारातियाें के लिए 18 हजार रुपये में तीन बड़े नाव भाड़ा पर लाए गए।
नाव पर आई बारात, नाव पर ही हुई दुल्हन की विदाई
बारात के आने-जाने में नाव का उपयोग किया गया। दूल्हा भी नाव पर ही आया। नाव पर ही दुल्हन भी विदा हुई। आपदा पर उत्साह भारी पड़ा। इसका वीडियो अब इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया है। इसपर लोग तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं। लोग बाढ़ के बीच ऐसे आयोजन के लिए लोगों की हिम्मत की दाद दे रहे हैं।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोग परेशान, प्रशासन उदासीन
ढेकहा पंचायत के मुखिया अजीत कुमार सिंह ने बताया कि अंचल प्रशासन बाढ़ प्रभावित इलाकों में केवल पॉलिथीन बांट रहा है। यहां न तो कम्युनिटी किचन की व्यवस्था है, न ही रात में रोशनी की। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बांध पर जहरीले कीड़े-मकोड़े भी निकलते रहते हैं।
कार से बारात के जमाने में आज भी बिहार के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में नाव से बारात जाती है। पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल प्रखंड के कौड़ीहार चौक के पास बाढ़ के कारण बारातियों ने दूल्हे को नाव पर चढ़ाकर भेजा। दुल्हन का घर पहले ही बाढ़ से टापू बना हुआ है।@JagranNews #MonsoonWedding pic.twitter.com/3CVfJycDTY
— amit singh (@Join_AmitSingh) June 22, 2021
रक्सौल में भी नाव पर जाता दिखा दूल्हा
इसी तरह रक्सौल के एक दूल्हे का नाव पर शादी करने जाते वीडियो वायरल हो गया है। वीडियो में दूल्हा के साथ नाव पर अन्य लोग भी हैं। रक्सौल के कौड़ीहार चौक के समीप दुल्हन के घर जाने के लिए सड़क मार्ग पर पानी होने के कारण बारातियों ने दूल्हे को नाव पर चढ़ाकर भेज दिया। इसके बाद दूसरी नाव से बाराती भी गंतव्य को रवाना हुए।
दरंभगा में भी गोद में दुल्हन के घर गया दूल्हा
विदित हो कि बाढ़ के दौरान विवाह के ऐसे मामले केवल पूर्वी चंपारण में ही नहीं दिखे हैं। हाल ही में दरभंगा में भी बाढ़ के बीच एक विवाह हुआ, जिसमें दूल्हे को कंधे के सहारे गोद में उठाकर दुल्हन के घर ले जाया गया था।