बिहार चुनाव 2020: बुद्ध की धरती पर जमकर बरसे वोट, महिला मतदाताओं में अभूतपूर्व उत्साह
Bihar Election 2020 मतदान प्रारंभ होने से पूर्व मतदान केंद्रों पर मॉक पोल के बाद सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई। मतदान में वाल्मीकिनगर रामनगर नरकटियागंज बगहा लौरिया एवं सिकटा विधान सभा क्षेत्र में मतदान की प्रक्रिया जारी है।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के तीसरे व अंतिम चरण में जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों में शनिवार को मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ। मतदान प्रारंभ होने से पूर्व मतदान केंद्रों पर मॉक पोल के बाद सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई। मतदान में वाल्मीकिनगर, रामनगर, नरकटियागंज, बगहा, लौरिया एवं सिकटा विधान सभा क्षेत्र में मतदान की प्रक्रिया जारी है। सुबह पहले घंटे में जिले में सभी विधान सभा क्षेत्रों में 2.61 प्रतिशत मत गिरा। वैसे सुबह के समय कुछेक विधान सभा क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लम्बी कतार लगी थी । वही कुछ जगहों पर ईवीएम में गड़बड़ी की भी सूचना है।
हालांकि डीएम कुंदन कुमार ने दावा किया है कि जहां ईवीएम में खराबी की सूचना आई, वहां क्यूआरटी को भेजकर ठीक करा दिया गया है। डीएम सुबह छह बजे से जिला नियंत्रण कक्ष में छह विधान सभा क्षेत्रों में मतदान की प्रक्रिया की मॉनीटरिंग करने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण व निष्पक्ष ढंग से प्रारंभ हो चुका है। सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। सुबह 9 बजे तक जिले में 8.76 प्रतिशत मतदान हुआ है।
गौनाहा प्रखंड के दो मतदान केंद्रों पर लोगों ने वोट का बहिष्कार किया। दोनों बूथों पर सैकड़ों की संख्य में ग्रामीण पहुंचे और प्रदर्शन किए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के कारण वे लोग मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं। हालांकि दोपहर एक बजे के बाद दोनों मतदान केंद्रों पर वोङ्क्षटग आरंभ कराया जा सका। सीओ अमति कुमार ने बताया कि गौनाहा प्रखंड के बूथ संख्या 213 भिखनाठोरी में लोगों ने बुनियादी सुविधा की कमी के कारण मतदान का बहिष्कार किया था। गांव के लोगों ने आरोप लगाया कि शासन प्रशासन की ओर से उनकी उपेक्षा सदियों से की जा रही है। उन्हें किसी जनप्रतिनिधि पर अब भरोसा नहीं है। हालांकि बहिष्कार की सूचना पर सीओ वहां पहुंचे और लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया। उन्होंने आश्वासन दिया कि वोट खत्म होने के बाद पयेजल की समस्या का तुरंत समाधान करा दिया जाएगा। अन्य समस्याओं को लेकर भी अधिकारियों से बात कर समाघान कराने की दिशा में पहल होगी। उसके बाद लोग मतदान करने के लिए लाइन में खड़े हु। उधर, बूथ संख्या 171 धुमली परसा में पुल का निर्माण नहीं होने से नाराज लोगों ने वोट का बहिष्कार किया। पहले यहां के लोग नोटा दबाने का निर्णय लिया था। बाद में वोट बहिष्कार कर दिए। सूचना पर सीओ पहुंचे और पुल निर्माण कराने का आश्वासन दिया। उसके बाद मतदान आरंभ किया गया।