Bihar News: बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय खा रहे नून-रोटी, पीस रहे चक्की!... देखें VIDEO
बिहार के पश्चिम चंपारण पहुंचे डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय। कटरांव गांव भ्रमण के दौरान नमक मिर्च के साथ खाई रोटी। इतना ही नहीं डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने चक्की चलाकर भी देखा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बिहार के डीजीपी के नून-रोटी खाने और चक्की पीसने की बात से कहीं आप चकरा तो नहीं गए। इससे पहले कि इसका कोई दूसरा संदर्भ निकालें, हम यहां स्थिति स्पष्ट किए दे रहे हैं। दरअसल, बिहार पुलिस के मुखिया गुप्तेश्वर पांडेय रविवार की रात ही पश्चिम चंपारण पहुंच गए थे। सुबह में बेतिया में उन्होंने वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जरूरी निर्देश दिए।
रोटी के साथ नमक-मिर्च का नाश्ता, देखें वीडियो
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे सोमवार को पश्चिम चंपारण के दौरे पर थे । इस दौरान उन्होंने नाश्ते में रोटी के साथ नमक मिर्च खाई। pic.twitter.com/Q1EGyRSJ0U — Ajit kumar (@ajitabheek) July 6, 2020
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लोगों को कैसे मास्क पहनने और शारीरिक दूरी का पालन करन के लिए प्रेरित करना है, इसके बारे में विस्ताार से बताया। तदोपरांत डीजीपी सहोदरा थाने के कटरा गांव में पहुंचे। आजादी के बाद से अब तक इस गांव का कोई भी व्यक्ति मुकदमा करने के लिए थाने में नहीं गया है। इसके बाद ग्राम भ्रमण पर निकले। इस बीच ग्रामीण हरि नारायण महतो के दरवाजे पर रुके। वहां खड़ी चंपा देवी से उन्होंने आज के लिए बने भोजन के बारे में पूछा। चंपा देवी ने रोटी बनने की बात कही। उन्होंने रोटी के साथ नमक-मिर्च मांग ली और आनंद से खाया। इसी दौरान जब उनकी नजर चक्की पर पड़ी तो उसे भी चलाया।
मास्क को लेकर अभियान चलाने का निर्देश
इससे पूर्व सोमवार की सुबह डीजीपी ने कोरोना संक्रमण को लेकर मास्क की अनिवार्यता को ले अभियान चलाने का निर्देश दिया। पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक के बाद वे अकेले शहर में भ्रमण के लिए निकल पड़े। विभिन्न चौक-चौराहों एवं बाजार में जाकर कोरोना संक्रमण के दौर में मास्क एवं शारीरिक दूरी बनाए रखने और इसके फायदों के बारे में लोगों को जागरूक भी किया।
थाने में नहीं आया एक भी मामला
डीजीपी थारू बहुल सहोदरा थाने के कटरा गांव पहुंचे। आजादी के बाद से अब तक इस गांव का कोई भी व्यक्ति फरियाद लेकर थाने में नहीं गया है। हर विवाद को गांव के लोग आपस में ही बैठकर सुलझा लेते हैं। गांव के बुजुर्ग एवं युवाओं से मुलाकात की। उनका उत्साहवर्धन किया और कहा कि इस गांव के लोग आदर्श हैं और यह गांव देश के लिए प्रेरणास्रोत है।