नर्सिंग होम पर कार्रवाई हुई तो ठोक दूंगा...गजब गुंडई है भाई, बिहार के मुजफ्फरपुर के सीएचसी प्रभारी को धमकी
Bihar Crime मुजफ्फरपुर समेत पूरे बिहार में अवैध स्वास्थ्य संस्थाओं के खिलाफ चल रही है कार्रवाई। सकरा मोतीपुर व पारू में चलाया गया अभियान एक पर प्राथमिकी के साथ ही साथ 84 अन्य को नोटिस। मोतीपुर सीएचसी प्रभारी के सरकारी मोबाइल पर दी गई धमकी कराई प्राथमिकी।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। समय-समय पर नर्सिंग होम संचालकाें की गुंडागर्दी सामने आती रहती है। मरीजों की जान बचाने वाला कैसे जान का प्यासा जाता है, यह बात समझ में नहीं आती है। कुछ घटनाएं इस दिशा में संकेत जरूर करती हैं। मुजफ्फरपुर के मोतीपुर की घटना भी संकेत है। इससे सहज रूप से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन नर्सिंग होम को चलाने वाले किस तरह के लोग हैं? उनका संरक्षण कौन करता है?
खुद को पटना का अधिकारी का बताया
अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ अभियान जारी है। जिले में अब तक सकरा, मोतीपुर, पारू, औराई में अभियान चलाया गया। इस दौरान 84 नर्सिंग होम संचालक को नोटिस दिया गया है। वहीं, औराई में सात नर्सिंग होम को बंद करने तो सकरा में एक पर प्राथमिकी कराई गई है। इस बीच अभियान को बंद करने के लिए मोतीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के प्रभारी डा.संदीप कुमार को जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी देने वाले ने अपने को स्वास्थ्य विभाग पटना में पदस्थापित होने की बात कही। उसने कहा कि अगर नर्सिंग होम पर कोई कार्रवाई हुई तो गोली मार दी जाएगी। प्रभारी ने इसकी सूचना स्थानीय थाने व सिविल सर्जन कार्यालय को दी है।
एफआइआर दर्ज कराई गई
सीएचसी प्रभारी ने बताया कि वह अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ लगातार अभियान चला रहे हैं। उनको सरकारी मोबाइल नंबर पर धमकी मिली है। धमकी देने वाले पर प्राथमिकी कराई है। इसकी आडियो रिकार्डिंग भी पुलिस को दी है। बताया कि धमकी के बाद कर्मियों में भय का माहौल है। पुलिस दोषी पर यदि कार्रवाई करती है तो गलत करने वाले बैकफुट पर आ जाएंगे। यह अभियान आने वाले दिनों में नियमित चलेगा।
लगातार अभियान चलाने की तैयारी
सिविल सर्जन डा.यूसी शर्मा ने बताया कि अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जाएगा। धमकी देने वाले पर प्राथमिकी कराई गई है। गिरफ्तारी के लिए पुलिस के वरीय अधिकारियों से बातचीत हो रही है। चिकित्सक को धमकी देने वाले पर हर स्तर पर सख्ती होगी। अवैध नर्सिंग होम के बचाव के लिए किसी भी तरह की धमकी या पैरवी सामने आएगी तो सीधे उसको वरीय अधिकारी से अवगत कराया जाएगा। वह खुद इस अभियान को देख रहे हैं। बताया कि सभी सीएचसी प्रभारी को कहा गया है कि वह नियमित अभियान चलाए, जो गलत कर रहा है उस पर प्राथमिकी कराई जाए।
हर पांच तारीख को देनी है रिपोर्ट
सीएस ने कहा कि हर सीएचसी को कहा गया है कि वह पांच तारीख से पहले रिपोर्ट दें। इस महीने इसकी समीक्षा होगी। निजी नर्सिंग होम की जांच व रिपोर्ट नहीं देने वाले सीएचसी प्रभारी का वेतन बंद किया जाएगा। कहा कि इस माह वह खुद समीक्षा करेंगे। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि पिछले दिनों सकरा के बरियापुर में पेट का आपरेशन करने के दौरान झोलाछाप ने एक महिला की दोनों किडनियां निकाल दी थीं। उसके बाद से पूरे जिले में अभियान चलाया जा रहा है।
अब तक ये हुई कार्रवाई
सकरा में 11, औराई में 18, मोतीपुर में 52 व पारू में तीन अवैध नर्सिंग होम को नोटिस दिया गया है। औराई में सात नर्सिंग होम बंद कराए गए हैं। सीएस कार्यालय के अनुसार अभी अन्य स्वास्थ्य केंद्रों से इसकी रिपोर्ट नहीं आई है। सभी जगह से रिपोर्ट आने के बाद उसकी समीक्षा की जाएगी।