जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर: जिले के कांटी थाना क्षेत्र से शुक्रवार शाम को अगवा किए गए युवक को पुलिस ने महज15 घंटे के भीतर खोज निकाल लिया। युवक की सकुशल बरामदगी के साथ ही पुलिस ने तीन अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया है। विवेक को मुजफ्फरपुर से अगवा किया गया। पुलिस ने उसे भोजपुर से छुड़ाया।जोनल आईजी ने पुलिस टीम की सफलता पर बधाई दी है।

गिरफ्तार किए जाने वालों में भोजपुर जिला के नारायणपुर मेहंदी चक गांव के अमृत सत्यम, नारायणपुर गांव के राधेश्याम कुमार, बलिहारी थाना के चरपोखरी गांव के चंदन कुमार उर्फ मित्तल व अरवल जिला के आदित्य कुमार उर्फ रवि शामिल है। रवि कांटी में एनटीपीसी में एसी आपरेटर है।

वह चिकित्सक सुरेश प्रसाद सिंह के संतनगर स्थित मकान में किराये पर रह रहा है। उसने और अमृत सत्यम ने फिरौती वसूलने के लिए विवेक के अपहरण की साजिश रची थी। पुलिस ने अपहरण में प्रयुक्त स्कार्पियो व तीन मोबाइल को भी जब्त किया है। इसकी जानकारी वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राकेश कुमार ने शनिवार की शाम अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दी।

शहर के डॉक्टर एसपी सिंह के 28 साल के बेटे विवेक सिंह का अपहरण तब हो गया था, जब वह घर से एक पार्टी में शामिल होने निकला था। विवेक अपने पिता का इकलौता बेटा है। अपहरणकर्ताओं ने विवेक के मोबाइल से ही चिकित्सक से 30 लाख की फिरौती मांगी थी। इसके बाद डॉक्टर ने पुलिस में शिकायत की। विवेक को ढूंढ़ने के लिए पुलिस ने तीन टीमों का गठन किया था।

राष्ट्रीय राजमार्ग के टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपहरण में प्रयुक्त स्कॉर्पियो की पहचान की गई। इसका निबंधन भोजपुर जिला में है। इसके बाद मुजफ्फरपुर पुलिस ने भोजपुर पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी की। पुलिस ने स्कॉर्पियो को बरामद करते हुए चालक राधेश्याम यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। उससे पूछताछ के बाद अपहरण कांड के मास्टरमाइंड सत्यम कुशवाहा को गिरफ्तार किया गया।

इस कांड में लाइनर की भूमिका निभाने वाले आदित्य सिंह उर्फ रवि को भी दबोच लिया गया। इन तीनों की निशानदेही पर विवेक को भोजपुर के गडहनी थाना क्षेत्र से बरामद कर लिया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस कांड में और बदमाशों की गिरफ्तारी हुई है, लेकिन अभी उसका नाम जारी नहीं किया गया है।

Edited By: Deepti Mishra