Bihar: मुजफ्फरपुर कोर्ट में स्वामी रामदेव पर परिवाद दायर, देश से गद्दारी करने का आरोप
Plea against Swami Ramdev in Bihar रामदेव बाबा पर मुजफ्फरपुर कोर्ट में परिवाद दायर किया गया है। यह परिवाद अधिवक्ता ज्ञान प्रकाश ने दर्ज कराया है। कोर्ट ने परिवाद पर सुनवाई के लिए सात जून की तिथि निर्धारित किया है।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। Plea against Swami Ramdev in Bihar: पंतजलि आयुर्वेद के संस्थापक स्वामी रामदेव उर्फ रामदेव बाबा पर मुजफ्फरपुर कोर्ट में परिवाद दायर किया गया है। यह परिवाद अधिवक्ता ज्ञान प्रकाश ने दर्ज कराया है। कोर्ट ने परिवाद पर सुनवाई के लिए सात जून की तिथि निर्धारित किया है। परिवाद में अधिवक्ता ने कहा कि अभियुक्त सम्मानित व्यक्ति है। जिनके व्यक्तित्व के प्रभाव जनमानस पर व्यापक रूप में पड़ता है। उनके माध्यम से एक संदेश फैलाई जाती है कि एलोपैथी दवाएं लेने के महामारी काल में लाखों की संख्या में मरीजों की मौत हुई है, जो कि लोगों में एलोपैथी चिकित्सा के खिलाफ भ्रम फैलाने का अपराधपूर्ण कार्य किया है। जिससे सामान्य जनमानस एलोपैथी चिकित्सा के प्रति भय होगा और उनके स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ेगा।
एक ओर जहां आए दिन एलोपैथी डॉक्टरों को जनाक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अभियुक्त जिनके लाखों-करोड़ों अनुनायी है। इनके माध्यम से किया गया कोई भी टिप्पणी जनमानस को और भ्रमित कर उन्हें डॉक्टरों के प्रति उत्तेजित कर उनके लिए जानलेवा बना सकती है। व्यक्तिगत लाभों की पूर्ति के लिए जनमानस को दुष्प्रेरित करने का कार्य बाबा रामदेव द्वारा किया गया है, जो कि समाज व राष्ट्र के हित में नहीं है।
टिप्पणी के भरपाई में बनाए 500 बेड का आयुर्वेदिक अस्पताल
बाबा के टिप्पणी से चिकित्सा जगत से जुड़े तमाम लोगों का हद्रय व्यथित हुआ है। जिसकी भरपाई करना संभव नहीं है। किंतु बाबा रामदेव द्वारा मुजफ्फरपुर में 500 बेड का सभी सुविधाओं से लैस आयुर्वेदिक अस्पताल का निर्माण कराया जाए, जिसमें इलाज प्रक्रिया सरल व मुफ्त हो और अभियुक्त के माध्यम उसके तमाम चिकित्सक, नर्स व अन्य कर्मियों को मानदेय का भुगतान हो अथवा 2500 करोड़ मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी को जिला के चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए प्रदान करें। जिससे कि यह सिद्ध हो सके कि अभियुक्त की योजनाएं व्यापारिक नहीं अपितु समाजसेवी है। परिवाद में अधिवक्ता ने कहा कि बाबा ने गलत बयानबाजी कर आम जनता के बीच भ्रम फैलाने का कार्य किया है। जिससे डॉक्टर व कर्मियों का अपमान हुआ है। साथ ही साथ देश के साथ गद्दारी व देश द्रोह का कार्य किया गया है।