अब सरकारी अस्पतालों में भी दिखेगी हॉस्पिटलिटी, कवायद में लगा स्वास्थ्य विभाग
डिस्प्ले बोर्ड पर चिकित्सक की तस्वीर के साथ विशेषज्ञता का भी जिक्र। अस्पताल की हाजिरी अब बायोमीट्रिक सिस्टम से बनेगी। आने वाले दिनों मेें मरीजों को बहुत लाभ होगा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सरकारी अस्पताल के डिस्प्ले बोर्ड पर अब चिकित्सकों के नाम, मोबाइल नंबर के साथ उनकी तस्वीर और विशेषज्ञता का भी जिक्र होगा। इसके साथ ही अस्पताल की हाजिरी अब बायोमीट्रिक सिस्टम से बनेगी। चिकित्सक से लेकर तमाम कर्मचारी के आने-जाने का लेखा-जोखा बायोमीट्रिक ही होगा। स्वास्थ्य सेवा को आमजनों के लिए और सुलभ बनाने के लिए प्रधान सचिव संजय कुमार ने चिंतन शिविर में लिए गये निर्णय के अनुपालन को सिविल सर्जन को पत्र लिखा है।
सिविल सर्जन डॉ. शैलेश कुमार सिंह ने कहा कि बहुत जल्द चिंतन शिविर के निर्णय को जमीन पर उतारा जाएगा। इसके लिए सदर अस्पताल अधीक्षक व जिला कार्यक्रम प्रबंधक सहित सभी पीएचसी प्रभारी को अवगत कराया गया है। नई व्यवस्था से आने वाले दिनों मेें मरीजों को बहुत लाभ होगा। वहीं चिकित्सा सेवा मजबूत होगी।
इस तरह होगी नई व्यवस्था
- हर अस्पताल में सेवा की सूची व हेल्प लाइन डेस्क काम करेगा। चिकित्सक व कर्मियों की हाजिरी बायो-मेट्रिक सिस्टम से
- हेल्प डेस्क को कार्यान्वित करने के लिए स्वास्थ्य प्रशिक्षक को प्रशिक्षण देकर प्रतिनियुक्त किया जायेगा।
- हेल्प डेस्क में सभी प्रकार के हेल्थ केयर सुविधा को पब्लिक डिस्प्ले किया जायेगा। अस्पताल में आने वाले पब्लिक को यह जानकारी दी जायेगी कि यहां पर कौन-कौन सी इलाज की सुविधा है। हेल्प डेस्क राउंड ओ क्लाक यानी 24 घंटे सातों दिन काम करेगा।
- हेल्प डेस्क पर चिकित्सक के मोबाइल नम्बर, उनकी विशिष्टता, तस्वीर, तथा स्वास्थ्य उपेन्द्र पर एएनएम का मोबाइल नंबर व तस्वीर हागी।
- ऑन लाइन होगी जिला से पीएचसी तक की निगरानी। चिकित्सक के रोस्टर की सूचना सभी वरीय अधिकारी को देते हुए सार्वजनिक डिस्प्ले के लिए अपलोड किया जाएगा