मुजफ्फरपुर में विसर्जन जुलूस रोकने पर बवाल, एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल
बिहार के मुजफ्फरपुर में विसर्जन जुलूस रोकने को लेकर बुधवार को दो पक्षों में विवाद के बाद जमकर बवाल हुआ। दोनों पक्षों में जमकर मारपीट व रोड़ेबाजी हुई।
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के करजा थाना क्षेत्र में विसर्जन जुलूस रोकने को लेकर बुधवार को दो पक्षों में विवाद के बाद जमकर बवाल हुआ। दोनों पक्षों में जमकर मारपीट व रोड़ेबाजी हुई। इससे बवाल और बढ़ता चला गया। सूचना पर करजा व सदर समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन, उग्र लोग पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद भी शांत नहीं हुए।
इसके बाद डीएसपी, एसडीओ व बीडीओ समेत कई अधिकारी वहां पहुंचे। समझाने पर आक्रोशित लोग पुलिसकर्मियों से ही भिड़ गए। एक पक्ष की ओर से जवानों की रायफल छीनने व वर्दी फाडऩे की कोशिश की गई। इतना ही नहीं, पुलिसकर्मियों पर रोड़ेबाजी व लाठियां चलानी शुरू कर दीं।
पथराव में सदर थानेदार का सिर फट गया। साथ ही लगभग एक दर्जन पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। अनियंत्रित स्थिति देख वरीय अधिकारियों के निर्देश पर पहले एक दर्जन से अधिक राउंड आंसू गैस छोड़े गए। फिर भीड़ को तितर-बितर किया गया। रोड़ेबाजी में एक दर्जन ग्रामीण भी जख्मी हैं। हालात भांप डीएम धर्मेंद्र सिंह व एसएसपी विवेक कुमार भी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। उग्र लोगों को समझाकर पूरी तरह से शांत कराया।
बताया गया कि एक पक्ष के लोग खास रास्ते से विसर्जन जुलूस को ले जाने को अड़े थे। वहीं दूसरे पक्ष के लोग इसका विरोध कर विसर्जन जुलूस को दूसरे रास्ते से ले जाने को लेकर अड़े थे। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद गहरा गया। स्थिति यह हो गई कि दोनों पक्षों से लाठी, डंडा, तलवार व हथियारों का प्रदर्शन शुरू हो गया। दोनों पक्ष एक दूसरे को मारने पर उतारू हो गए। इससे स्थिति बिगड़ती चली गई और लगभग छह घंटों तक इलाके में बवाल की स्थिति बनी रही।
गायघाट में विसर्जन के दौरान जमकर मारपीट, कई घायल
गायघाट थाना क्षेत्र में मंगलवार की शाम से विसर्जन के दौरान उपजा विवाद बुधवार को और बढ़ गया। दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई जिसमें दोनों पक्षों से एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। इसके बाद इलाके में तनाव गहरा गया। सूचना मिलने के बाद स्थानीय थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन, उग्र लोगों पर स्थानीय पुलिस का कोई असर नहीं दिखा। इसके बाद डीएसपी पूर्वी गौरव पांडेय ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझाकर शांत कराया।