बेतिया के महारानी जानकी कुंअर कॉलेज में इस वजह से एक साल से कमरे में बंद हैं 'बापू'
महारानी जानकी कुंअर महाविद्यालय में विगत एक वर्षों से बापू की आदमकद प्रतिमा एक कमरे में बंद है। प्रतिमा लगाने के लिए जगह चिन्हित होने के बाद भी प्रतिमा नहीं लग सकी है। बंद कमरे में रखी प्रतिमा धूल फांक रही है।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। राष्ट्रपिता बापू के निधन के बाद 12 फरवरी 1948 को राजकीय जुलूस के साथ बापू की अस्थि कलश बेतिया राज के मैनेजर बिपिन बिहारी वर्मा के बंगले में पहुंची थी। आज इस बंगले को महारानी जानकी कुंअर महाविद्यालय के नाम से जाना जाता है। आज इस कॉलेज में विगत एक वर्षों से बापू की आदमकद प्रतिमा एक कमरे में बंद है। प्रतिमा लगाने के लिए जगह चिन्हित होने के बाद भी प्रतिमा नहीं लग सकी है। बंद कमरे में रखी प्रतिमा धूल फांक रही है। बापू के जयंती के अवसर पर प्रतिमा पर फूलमाला माला चढ़ाने की छात्रों के अरमान धराशाई हो गया है।
1.90 लाख में खरीदी गई है प्रतिमा
प्रतिमा स्थापित करने के लिए कॉलेज ने 22 अक्टूबर 2019 को 1 लाख 90 हजार 400 रुपये में प्रतिमा खरीदी थी। मार्बल की प्रतिमा जब कॉलेज में आई लोग देखकर मंत्रमुग्ध हो गए। गांधी की प्रतिमा स्थापित करने के लिए गांधी अस्थि कलश स्मृति स्थल का निर्माण भी हो गया। बावजूद प्रतिमा नहीं लग सकी।
राज्यपाल का दौरा स्थगित हो गया
प्रतिमा लगने के बाद इसका लोकार्पण सूबे के तत्कालीन राज्यपाल को करनी थी। उनका बेतिया में आने का कार्यक्रम भी तय हो गया। राज्यपाल के कार्यक्रम को लेकर कॉलेज की रंगाई पुताई भी हो गई। विश्वविद्यालय के कुलपति भी कॉलेज का दौरा कर लिए। लेकिन प्रतिमा स्थापना में पेच फंस जाने के कारण राज्यपाल का दौरा स्थगित हो गया।
छात्र नेताओं ने लगाई थी घोटाले का आरोप
प्रतिमा स्थापित करने के लिए सब कुछ तय हो जाने के बाद कॉलेज में यह मामला तूल पकड़ लिया। छात्र नेताओं ने प्रतिभा खरीद से लेकर इसके लिए आयोजित कार्यक्रम के आयोजन में बड़े पैमाने पर घोटाले का आरोप लगाया। छात्र नेताओं ने तत्कालीन प्राचार्य डॉ हरीनारायण ठाकुर पर प्रतिमा स्थापित करने के बहाने भारी पैमाने पर लूट खसोट करने का आरोप लगाया था। छात्र नेताओं ने कुलपति और राज्यपाल को भी पत्र भेज इससे से अवगत कराया था। जिस कारण प्रतिमा स्थापित करने का मामला खटाई में पड़ गया और प्रतिमा एक वर्षों से कमरे में बंद है।
पहले से ही कॉलेज में स्थापित है महात्मा गांधी की प्रतिमा
छात्रों ने कहा कि महात्मा गांधी की प्रतिमा पहले से ही कॉलेज में स्थापित है। कॉलेज के छात्र संघ के अध्यक्ष रोहित मिश्र ने कहा कि प्रतिमा के नाम पर तत्कालीन प्राचार्य ने घोटाला किया है। छात्र नेता शशि कुशवाहा ने कहा कि प्रतिमा खरीद मे बड़े पैमाने पर हेराफेरी हुई है। इसकी शिकायत करने के कारण प्रतिमा स्थापित नहीं हो सकी है। छात्र रवि कुमार, आशीष कुमार, विनोद कुमार, राकेश कुमार का कहना है कि घोटालों की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि प्रतिमा स्थापित नहीं किया जाए। छात्रा नेहा कुमारी, प्रियंका कुमारी, रश्मि कुमारी, शिल्की कुमारी का कहना है कि कमरे में प्रतिमा को बंद कर बापू का अपमान हो रहा है। यथाशीघ्र उनकी प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए।
जांच के बाद होगी प्रतिमा की स्थापना
एमजेके कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुरेंद्र केसरी का कहना है कि उनके कार्यकाल का यह मामला नहीं है। उस समय आरोप के बाद डेवलपमेंट कमेटी ने मामले को पेंङ्क्षडग में डाल दिया था। इसके लिए विश्वविद्यालय को पत्र भेजा गया है। पूरे मामले की जांच के बाद बापू की प्रतिमा स्थापित कराई जाएगी।