Move to Jagran APP

मधुबनी जिले में पंचायती राज संस्थाओं की बैंक खाता विवरणी तलब

Madhubani news बैंकों के मर्जर के कारण की गई आइएफएसी कोड के साथ अद्यतन बैंक खाता विवरणी की मांग ओरिएन्टल बैंक ऑफ कॉमर्स एवं यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का मर्जर पंजाब नैशनल बैंक में हो चुका है ।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 26 Jan 2022 04:59 PM (IST)Updated: Wed, 26 Jan 2022 04:59 PM (IST)
मधुबनी जिले में पंचायती राज संस्थाओं की बैंक खाता विवरणी तलब
बैंकों के मर्जर होने के कारण यह विवरणी तलब किया गया है। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

मधुबनी, जासं। जिला पंचायत राज पदाधिकारी शैलेन्द्र कुमार ने जिले के सभी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी सह कार्यपालक पदाधिकारी एवं बीडीओ से पंचायती राज संस्थाओं की अद्यतन बैंक खाता विवरणी तलब किया है। बैंकों के मर्जर होने के कारण यह विवरणी तलब किया गया है । गौरतलब है कि ओरिएन्टल बैंक ऑफ कॉमर्स एवं यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का मर्जर पंजाब नैशनल बैंक में हो चुका है । इसी प्रकार आंध्रा बैंक और कारपोरेशन बैंक का मर्जर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में हो चुका है।

loksabha election banner

वहीं, इलाहाबाद बैंक का मर्जर इंडियन बैक में और स‍िंडिकेट बैंक का मर्जर केनरा बैंक में हो चुका है। जिस कारण पंचायती राज संस्थाओं की खाता विवरणी एवं आइएफएससी कोड में बदलाव हो गया है । इसी के मद्देनजर षष्ठम राज्य वित्त आयोग योजना से संबंधित बैंक खाता की आइएफएससी कोड के साथ अद्यतन बैंक विवरणी जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने तलब किया है , ताकि जिलास्तर से यह विवरणी अग्रेतर कार्रवाई के लिए पंचायती राज विभाग के निदेशक को भेजी जा सके । जिन बैंकों का मर्जर किया गया है , उन बैंकों के खातों की अद्यतन विवरणी आइएफएससी कोड के साथ तलब किया गया है । ऐसी पंचायती राज संस्थाओं की सूची भी बीपीआरओ सह कार्यपालक पदाधिकारी एवं बीडीओ को भेज दी गई है।

लेखापाल सह आइटी सहायकों का 11 माह का मानदेय लंबित

मधुबनी। जिले में पदस्थापित 70 लेखापाल सह आइटी सहायकों का 11 माह से मानदेय लंबित पड़ा है। इन्हें प्रतिमाह 20 हजार रुपये मानदेय दिया जाता है । लेकिन इन सभी का 11 माह का मानदेय भुगतान लंबित है। जिस कारण लेखापाल सह आइटी सहायकों का भारी आर्थिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। पंचायती राज विभाग द्वारा हर चार पंचायत पर एक लेखापाल सह आइटी सहायक को पदस्थापित किया गया है। लेकिन इन्हें नियमित रूप से मानदेय नहीं दिया जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.