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नेपाल में अब एटीएम से निकासी की सीमा भी तय, एक लाख से अधिक की निकासी पर लगा प्रतिबंध

नेपाली नागरिक डेबिट, क्रेडिट और प्रीपेड कार्ड से भारत में एक माह के अंदर मात्र एक लाख रुपये की कर सकेंगे निकासी, सीमावर्ती भारतीय बाजारों में पड़ेगा इसका असर।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 27 Dec 2018 04:25 PM (IST)Updated: Thu, 27 Dec 2018 04:25 PM (IST)
नेपाल में अब एटीएम से निकासी की सीमा भी तय, एक लाख से अधिक की निकासी पर लगा प्रतिबंध
नेपाल में अब एटीएम से निकासी की सीमा भी तय, एक लाख से अधिक की निकासी पर लगा प्रतिबंध

पूर्वी चंपारण, जेएनएन। नेपाल सरकार द्वारा भारतीय बड़े नोट 200, 500 और 2000 पर प्रतिबंध लगाने के बाद मंगलवार को एटीएम से एक लाख से अधिक निकासी पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसका असर सीमावर्ती भारतीय बाजारों में पड़ेगा। नेपाली पर्यटकों के लिए एटीएम कार्ड काफी सुविधाजनक रहा है। इस स्थिति में एटीएम कार्ड से एक माह में मात्र एक लाख से अधिक की निकासी पर रोक का असर व्यापार पर पड़ेगा। दैनिक जीवन के सामान की खरीदारी करने वाले नेपाली पर्यटकों के सामने भी आर्थिक समस्या उत्पन्न होगी।

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     इस प्रतिबंध के बाद नेपाली नागरिक डेबिट, क्रेडिट और प्रीपेड कार्ड से भारत में एक माह के अंदर मात्र एक लाख रुपये की निकासी कर पाएंगे। नेपाल राष्ट्र बैंक ने यह निर्देश जारी किया है। नेपाल सरकार ने तर्क दिया है कि पिछले कई माह से नेपाली नागरिक भारत भ्रमण के दौरान या सीमावर्ती बाजारों में काफी निकासी करते थे। इसलिए नेपाल सरकार ने कार्ड से एक माह में एक लाख भारतीय मुद्रा निकासी करने आदेश दिया है। इसे सख्ती से लागू करने के लिए बैंकों ने एटीएम कार्डधारियों पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया है।

    राष्ट्र बैंक के निर्देश में बताया गया है कि विभिन्न बैंकों की एटीएम से और ड्राफ्ट आदि से एक वर्ष में एक अरब रुपये की निकासी हुई। नेपाल राष्ट्र बैंक विदेशी विनिमय विभाग प्रमुख भीष्मराज ढुंगाना ने बताया कि होटल, अस्पताल, दवा दुकानों को भुगतान पर यह नियम लागू नहीं किया गया है। उधर, चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सह उद्योगपति आरपी गुप्ता ने कहा कि नेपाल स्वतंत्र देश है। उसका नया कानून है। एटीएम से एक माह में एक लाख रुपये की निकासी का प्रावधान किया गया है। इसे पांच लाख रखना चाहिए।

   भारत भ्रमण के लिए नेपाली पर्यटक काफी संख्या में आते हैं। इस नियम से भारत मे आने वाले नेपाली तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों में कमी आ सकती है। टेक्सटाइल्स चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अरुण कुमार गुप्ता ने बताया नेपाल का आंतरिक मामला है। लेकिन, इसका असर सीमावर्ती भारतीय बाजार पर पड़ेगा। यह कदम एक तरह से देखा जाय तो नेपाली पर्यटकों को भारत जाने से रोकने का प्रयास है। 

   इंडो-नेपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता ने कहा कि पहले भारतीय दो सौ और पांच सौ दो हजार के मुद्रा पर प्रतिबंध, अब भारत आने वाले नेपाली पर्यटकों द्वारा एटीएम से एक लाख से अधिक निकासी पर प्रतिबंध लगने का फरमान जारी कर दिया गया। ऐसा प्रतीत होता है कि नेपाल यह सब निर्णय किसी दबाव में कर रहा है। नेपाल की वर्तमान सरकार दोनों देशों के एतिहासिक संबंधों को नजरअंदाज कर रही है। इसका असर भारतीय बाजार पर पड़ेगा। 


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