बाबा मनोकामना नाथ महादेव
खबड़ा स्थित बाबा मनोकामना नाथ महादेव मंदिर की काफी प्रसिद्धि है। सावन, नवरात्र, महाशिवरात्रि, वसंत पंचमी व अनंत चतुर्दशी सहित विविध अवसरों पर यहां आसपास के विभिन्न क्षेत्रों से लोग पूजा-अर्चना के लिए जुटते हैं।
मुजफ्फरपुर। खबड़ा स्थित बाबा मनोकामना नाथ महादेव मंदिर की काफी प्रसिद्धि है। सावन, नवरात्र, महाशिवरात्रि, वसंत पंचमी व अनंत चतुर्दशी सहित विविध अवसरों पर यहां आसपास के विभिन्न क्षेत्रों से लोग पूजा-अर्चना के लिए जुटते हैं। ऐसी मान्यता है कि यहां सच्चे मन से मांगी हर मुराद पूरी होती है।
मंदिर का इतिहास
मंदिर की स्थापना के संबंध में लोगों का कहना है कि वर्षो पहले यहां एक विशाल पीपल का पेड़ व कुआं था। इधर से गुजरने वाले राहगीर पेड़ की छांव में ठहरते व कुएं के पानी से प्यास बुझाने के बाद आगे बढ़ते थे। आज से करीब 65 वर्ष पूर्व समाज के कुछ लोगों ने यहां शिव मंदिर की स्थापना की। कालांतर में यहां शिव परिवार व हनुमान जी की प्राण प्रतिष्ठा की गई। अब यह मंदिर काफी भव्य रूप ले चुका है। नवरात्र में यहां मां भगवती की मूर्तिपूजा भी होती है। काफी लोग जुटते हैं।
तैयारी
लोगों का कहना है कि वैसे तो यहां नित्य लोग भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। मगर सावन की चारों सोमवारी के दिन काफी लोग जुटते हैं। चारों सोमवारी की रात्रि में तरह-तरह के फल-फूलों से बाबा का विशेष श्रृंगार होता है। मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों व बिजली की लड़ियों से सजाया जाता है। भजन-कीर्तन होता है। समय-समय पर यहां नवाह व अष्टयाम होते रहते हैं। मंगलवार के दिन सुंदरकांड पाठ भी होता है। शनिवार के दिन साप्ताहिक शिव चर्चा होती है। लोग यहां शादी-विवाह सहित विविध शुभ संस्कारों के लिए भी आते हैं।
भोलेनाथ हरते हैं कष्ट :पुजारी मुन्द्रिका दास कहते हैं कि बाबा भोलेनाथ अपने भक्तों के सभी कष्ट हरते हैं। सच्ची निष्ठा व भक्ति से इनकी पूजा करने वाले भक्तों को कभी दु:ख नहीं होता। व्यवस्थापक पप्पू ओझा के मुताबिक,यहां वर्ष भर पूजा-अर्चना व यज्ञादि अनुष्ठान चलते रहते हैं। विविध शुभ अवसरों पर भी लोग यहां पूजा-अर्चना के लिए जुटते हैं।