फर्जी तरीके से आर्म्स लेने के आरोप में अवधेश सिंह को जेल
समीर हत्याकांड में संलिप्तता की बिंदु व शूटरों से संपर्क रखने के आरोप में रिमांड पर ले सकती पुलिस। मोबाइल की खंगाली जा रही कॉल डिटेल्स।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। फर्जी तरीके से अरुणाचल प्रदेश से आर्म्स लाइसेंस लेने के आरोप में शेरपुर कोल्ड स्टोरेज चौक मोहल्ले के ठेकेदार ट्रांसपोर्टर अवधेश सिंह को शनिवार को जेल भेज दिया गया। वहीं, समीर हत्याकांड में संलिप्तता की बिंदु पर जांच जारी है। पुलिस की तरफ से उसे रिमांड पर लिया जा सकता। पुलिस का कहना है कि वरीय पुलिस अधिकारी के निर्देश मिलने के बाद समीर हत्याकांड में ठेकेदार को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा सकती है।
सूत्रों की मानें तो केस के आइओ सोमवार को कोर्ट की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। क्योंकि, अवधेश सिंह पर समीर हत्याकांड में शामिल शूटरों के साथ संपर्क रखने का आरोप लगाया गया है। प्राथमिकी में पुलिस ने यह उल्लेख किया है कि समीर हत्याकांड के शूटर गोविंद की गिरफ्तारी को लेकर ही अवधेश के घर पर छापेमारी की गई थी। लेकिन, गोविंद उसके घर से नहीं मिला। पर ठेकेदार के घर से अरुणाचल प्रदेश की बंदूक व 49 गोलियां जब्त की गई थीं।
जांच में पाया गया कि फर्जीवाड़ा कर अरुणाचल प्रदेश से आम्र्स का लाइसेंस लिया गया है। इसके बाद सदर थाने में अवधेश के विरुद्ध फर्जीवाड़ा समेत अन्य धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि आम्र्स लाइसेंस पर वैशाली करताहा के चंदवारा का पता है।
शंभू-मंटू व गोविंद से रिश्ते पर जांच जारी
पूर्व मेयर समीर हत्याकांड में शामिल शूटर गोविंद व उसके गिरोह के सरगना शंभू-मंटू से अवधेश के संपर्क होने की बिंदु पर पुलिस की जांच अभी जारी है। वैशाली में शंभू-मंटू के साथ करीब दो दशक पूर्व किसी घटना में साथ होने का भी प्रमाण पुलिस को मिला है।