पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता अभियान चला रहीं संजू, उनके प्रयास से लग चुके हजारों पौधे
विवाह-बर्थ-डे जैसे अवसर पर पौधा गिफ्ट देकर पर्यावरण संरक्षण का संस्कार करती विकसित, इस दिशा में छह साल से काम कर रहीं।
मधुबनी, [विनय पंकज]। पेड़-पौधों से लोगों को प्यार हो। पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक हों। कुछ इसी सोच के साथ संजू शर्मा छह साल से काम कर रहीं। विवाह और बर्थ-डे जैसे मौके पर पौधा गिफ्ट देकर पर्यावरण संरक्षण का संस्कार विकसित करती हैं। उनके प्रयास से हजारों पौधे लग चुके हैं। इस अभियान में बहुत से युवा साथ निभा रहे। कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। फुलपरास प्रखंड के बथनाहा गांव निवासी देव नारायण शर्मा और परमा देवी की 22 वर्षीय पुत्री संजू वर्ष 2012 से पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रहीं।
वे प्रतिवर्ष कम से कम 600 पौधे निश्शुल्क बांटती हैं। बथनाहा, मधेपुर, बसीपट्टी, फुलपरास, हनुमान नगर, खुटौना और बथनाहा सहित दो दर्जन गांवों में चार हजार से अधिक पौधों का वितरण कर चुकी हैं। इनसे प्रेरित होकर कई युवा जागरूकता अभियान में भाग लेते हैं। इनमें विनय कुमार, राजकपूर, शिवनारायण विश्वकर्मा, सुनीता देवी, प्रिंस कुमार, केशव कुमार, नंद कुमार, रंजू कुमारी, अनिता और रीना कुमारी आदि हैं।
पाकेटमनी से वहन करतीं खर्च
संजू विवाह और बर्थ-डे पर पौधरोपण व पौधा वितरण करने के लिए प्रेरित करती हैं। बथनाहा गांव की रंजू कुमारी और जेके शर्मा सहित एक दर्जन से अधिक लोगों की शादी में पौधरोपण करवा चुकी हैं। नंदिनी, निक्की, नवल किशोर, डॉ. जय ठाकुर सहित तीन दर्जन से अधिक लोगों के बर्थ-डे पर पौधा गिफ्ट कर चुकी हैं। किसी के निधन पर भी पौधा देती हैं। पौधा वितरण का खर्च पाकेटमनी से वहन करती हैं।
पर्यावरण योद्धा सहित कई अवार्ड से सम्मानित
संजू को नीम तुलसी संस्था, लखनऊ ने 16 अप्रैल 2018 को 'पर्यावरण योद्धा ' अवार्ड दिया। आठ मार्च 2018 को वंदे मातरम फाउंडेशन, पटना ने 'कंचन रतन अवार्ड ' तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस पर पटना में एक एनजीओ ने 'द अचीवर्स ' अवार्ड प्रदान किया। वे राष्ट्रीय एकता शिविर में मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में बिहार का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2017 में मधुबनी के नेहरू युवा केंद्र की इकलौती प्रतिभागी बनीं, जिसने दिल्ली में बिहार का प्रतिनिधित्व किया।
कानून की पढ़ाई कर रहीं संजू महिलाओं और दलितों को न्यायिक जानकारी मुफ्त में देती हैं। पौधरोपण से प्यार और चहुंओर हरियाली को संकल्पित संजू कहती हैं, पर्यावरण संरक्षण के प्रति बचपन से ही लगाव है। हरियाली से ही पर्यावरण की स्वच्छता कायम रखी जा सकता है। साथ देने वाले युवाओं का मानना है कि इस कार्य में सभी को भागीदारी देनी चाहिए। पर्यावरण संरक्षण समिति के अध्यक्ष प्रदीप झा कहते हैं, संजू का प्रयास सराहनीय है।