आंवला वृक्ष की पूजा कर मनाई अक्षय नवमी
महोत्सव का आयोजन मंदिर कमेटी एवं ट्रस्ट बोर्ड की ओर से सोमवार को आंवला नवमी महोत्सव हुआ। इसमें दादी का महाश्रृंगार किया गया। इसके बाद राजीव मनमोहन सोनी के भजन कीर्तन हुए। दादी को छप्पन भोग महाप्रसाद का भोग लगाया गया। दीप श्रृंगार व फूलों से मंदिर को सजाया गया। अंत में सभी भक्तों में प्रसाद वितरण किया गया। मीडिया प्रभारी आलोक केजरीवाल ने कहा कि इस दौरान मास्क व शारीरिक दूरी का पालन किया गया है। कार्यक्रम में कमेटी के अध्यक्ष रतन तुलस्यान सचिव रमेश झुनझुनवाला सौरव केडिया भगवती नेमानी संजय पोद्दार रमेश चौधरी अरुण तुलस्यान हरि तुलस्यान रामगोपाल जालान निरंजन तुलस्यान राजेश तुलस्यान प्रभात बंका आदि थे।
मुजफ्फरपुर : कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी सोमवार को आंवला नवमी के रूप में मनाई गई। इसे अक्षय नवमी भी कहा जाता है। महिलाएं आंवला के पेड़ के नीचे बैठकर संतान प्राप्ति और उसकी सलामती के लिए पूजा की। पंडित हरिशंकर पाठक बताते हैं कि महिलाएं परिवार की सुख व शांति के लिए आंवला वृक्ष की परिक्रमा लगाकर पूजा करती हैं। इसके नीचे पकवानों का भोग लगाया जाता है और उन्हीं से अपना व्रत खोलती हैं। महिलाओं ने सामूहिक पूजन, वृक्ष परिक्रमा सहित अन्य धार्मिक कार्यक्रम श्रद्धापूर्वक संपन्न किए। आंवला वृक्ष की 108 परिक्रमा लगाकर पूजा होती है। अहले सुबह स्नान के बाद आंवला पेड़ पर कच्चा दूध, हल्दी, रोली लगाई जाती है। इसके बाद आंवला पेड़ की परिक्रमा कर व्रती मौली बांधती हैं। आंवला के पेड़ पर दूध, सिदूर चढ़ाकर चंदन से तिलक किया जाता है।
महोत्सव का आयोजन
मंदिर कमेटी एवं ट्रस्ट बोर्ड की ओर से सोमवार को आंवला नवमी महोत्सव हुआ। इसमें दादी का महाश्रृंगार किया गया। इसके बाद राजीव मनमोहन सोनी के भजन कीर्तन हुए। दादी को छप्पन भोग महाप्रसाद का भोग लगाया गया। दीप श्रृंगार व फूलों से मंदिर को सजाया गया। अंत में सभी भक्तों में प्रसाद वितरण किया गया। मीडिया प्रभारी आलोक केजरीवाल ने कहा कि इस दौरान मास्क व शारीरिक दूरी का पालन किया गया है। हालांकि बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचे थे। कार्यक्रम में कमेटी के अध्यक्ष रतन तुलस्यान, सचिव रमेश झुनझुनवाला, सौरव केडिया, भगवती नेमानी, संजय पोद्दार, रमेश चौधरी, अरुण तुलस्यान, हरि तुलस्यान, रामगोपाल जालान, निरंजन तुलस्यान, राजेश तुलस्यान, प्रभात बंका आदि थे।