एक्सपायर्ड दवा वितरण व निर्दोष को जेल भेजने के विरोध में औराई बंद
औराई पीएचसी में एक्सपायर्ड दवा वितरण और निर्दोष को जेल भेजने के विरोध में औराई बंद रहा।
मुजफ्फरपुर। सिविल सर्जन से बदसलूकी व कर्मियों से मारपीट मामले की प्राथमिकी में निर्दोष को फंसाए जाने, तीन लोगों को जेल भेजने, औराई पीएचसी में एक्सपायरी दवा मिलने व जाच की माग करने वालों पर झूठा मुकदमा कर जेल भेजने के विरोध में ई अखिलेश यादव के नेतृत्व में लोगों ने रून्नीसैदपुर- औराई- बेनीबाद पीडब्ल्यूडी पथ के लोहिया चौक औराई को सात बजे सुबह से चार बजे शाम तक जाम रखा। आदोलनकारियों का कहना था कि पीएचसी में बड़ी संख्या में एक्सपायरी दवा गरीबों को एक वर्ष से बाटी जा रही थी। जब दवा की जाच कर दोषी पीएचसी कर्मियों पर कार्रवाई के लिए बाध्य किया गया तो सिविल सर्जन द्वारा उल्टे जाच की माग करने वालों पर झूठा मुकदमा कराकर जेल भेजा जा रहा है। बंदी के आह्वान पर व्यवसायियों ने पाकड़ चौक, लोहिया चौक, औराई बाजार में अपनी प्रतिष्ठान बंद कर भ्रष्टाचार के विरोध का पूर्ण समर्थन किया। जबकि बंदी के आह्वान पर थाना क्षेत्र के भैरव स्थान, अमनौर बाजार को भी लोगों ने बंद रखा। शुक्रवार की अलसुबह से ही बड़ी संख्या में बंद समर्थकों ने विभिन्न चौराहों पर पहुंचकर दिनभर आवागमन को बाधित किया। आदोलन का नेतृत्व कर रहे अखिलेश यादव ने घोषणा की कि जबतक पीएचसी की एक्सपायरी दवा की जाच कर दोषी कर्मियों पर कार्रवाई नहीं होगी, झूठा मुकदमा वापस नहीं लिया जाएगा, तबतक आदोलन जारी रहेगा। साथ ही कार्रवाई नहीं होने पर 14 नवंबर को समाहरणालय में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने की घोषणा की। इधर, बंदी के दौरान प्रखंड परिसर में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। पीएचसी में एक भी चिकित्सक व कर्मी के नहीं रहने के कारण अस्पताल भी बंद रहा। थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार यादव व बीडीओ विनोद कुमार प्रसाद पूरे दिन आदोलनकारियों की गतिविधियों की जानकारी लेते रहे। इधर, जदयू प्रखंड अध्यक्ष बेचन महतो ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पूरे मामले में दोषी पीएचसी कर्मी पर कार्रवाई कर पीएचसी में अविलंब चिकित्सीय सेवाएं बहाल करने की माग जिलाधिकारी से की।