डेंगू के चपेट में आए आधा दर्जन मेडिकल स्टूडेंट्स
मुजफ्फरपुर आमलोगों के साथ अब मेडिकल छात्र-छात्राओं के साथ प्रशिक्षु परिचारिका भी डेंगू की चपेट में आने लगी हैं।
मुजफ्फरपुर : आमलोगों के साथ अब मेडिकल छात्र-छात्राओं के साथ प्रशिक्षु परिचारिका भी डेंगू की चपेट में आने लगी हैं। शुक्रवार को आधा दर्जन मेडिकल स्टूडेंट्स को डेंगू से ग्रसित होना बताया गया है। वही वायरोलॉजी लैब में शुक्रवार को 16 संदिग्धों की जांच में 10 में डेंगू की पुष्टि हुई। अब तक कुल 325 संदिग्ध मरीजों की जांच वायारोलॉजी लैब में की जा चुकी है। इसमें 153 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार विगत सप्ताह दो चिकित्सा कर्मी भी डेंगू की गिरफ्त में आ चुके हैं। इससे मेडिकल छात्र-छात्राओं में व्यवस्था के प्रति रोष है। बताया कि छात्रावास के चौतरफा जंगल व जमा पानी से मच्छरजनित बीमारियों के साथ डेंगू का प्रकोप बढ़ने लगा है। इससे दूसरे को स्वास्थ्य के प्रति सजग करने वाले स्वयं बीमार हो रहे हैं। साफ-सफाई पर लाखों रुपये खर्च के बावजूद छात्रावास के चारोंतरफ गंदगी फैली है। विगत वर्ष 50 हजार रुपये की लागत से खरीदी गई अत्याधुनिक फॉगिंग मशीन शोभा की वस्तु बनी है।
मालूम हो कि जिले के अलावा सीतामढ़ी, शिवहर, मोतिहारी, वैशाली समेत अन्य जगहों से डेंगू से पीड़ित मरीज एसकेएमसीएच पहुंच रहे हैं। साथ ही निजी अस्पतालों में भी इसके मरीज पहुंच रहे हैं। जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी डॉ.सतीश कुमार ने जहां मरीज मिल रहे हैं उस इलाके में फॉगिंग कराने को कहा है। लगातार फॉगिंग कराए जाने की भी बात कही जा रही है। बयान :
अस्पताल में डेंगू के मरीजों की समुचित जांच व इलाज की व्यवस्था है। यहां सभी ग्रुप की प्लेटलेट्स उपलब्ध हैं। इलाज व दवाओं की मुफ्त व्यवस्था है।
डॉ. सुनील कुमार शाही, अधीक्षक,
एसकेएमसीएच