न्यूनतम मतदान वाले 322 केंद्रों पर कारणों का पता लगाने को पहुंची टीम
विगत लोकसभा चुनाव में विधानसभावार न्यूनतम मतदान वाले 322 मतदान केंद्रों पर गुरुवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देश पर प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों द्वार कारणों का पता लगाने को बैठक की गई।
मुजफ्फरपुर। विगत लोकसभा चुनाव में विधानसभावार न्यूनतम मतदान वाले 322 मतदान केंद्रों पर गुरुवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देश पर प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों द्वार कारणों का पता लगाने को बैठक की गई। स्वीप कार्यक्रम के तहत इसका आयोजन किया गया। सभी मतदान केंद्रों पर अधिकारियों द्वारा संबंधित बीएलओ, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, चुनाव पाठशाला के सदस्यों तथा स्थानीय व्यक्तियों के साथ बैठक में विगत चुनाव में कम फीसद वोटिग के कारणों की जानकारी हासिल की गई। साथ ही इस चुनाव में मतदान का फीसद अधिक हो इसको लेकर आमंत्रित अतिथियों से सुझाव भी प्राप्त किए गए। बैठक के दौरान लोकसभा चुनाव 2019 के अवसर पर मतदान केंद्रवार महिला निर्वाचकों, युवा मतदाताओं, दिव्यांग वोटर्स, 80 साल से ऊपर के मतदाताओं की अद्यतन स्थिति की जानकारी भी ली गई। इधर, जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी ने सभी निर्वाची पदाधिकारियों, सहायक निर्वाची पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने स्तर से मतदान का फीसद बढ़ाने के मद्देनजर आवश्यक करवाई करें। विशेषकर जेंडर गैप को कम करना, दिव्यांग वोटर्स की मतदान में सौ फीसदी सहभागिता सुनिश्चित करना आदि को लेकर निर्देश दिया गया है। मतदाता जागरूकता रथ को किया रवाना सकरा विधानसभा चुनाव में मतों का प्रतिशत बढ़ाने के लिए गुरुवार को मतदाता जागरूकता अभियान का शुभारंभ सीडीपीओ शारदा सहनी ने आइसीडीएस कार्यालय सकरा से शुरू किया। इस दौरान मतदाता जागरूकता रथ को हरी झडी दिखाकर रवाना किया। पर्यवेक्षिकाओं और सेविकाओं के बीच मेहंदी प्रतियोगिता के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया गया। सीडीपीओ ने बताया कि मतदाता जागरूकता रथ प्रखंड के सभी गावों में जागरूकता अभियान चलाएगा। नए वोटरों को मतदान के महत्व के बारे में बताकर मतदान के प्रति जागरूक करने का अभियान चलाएगा। मौके पर पर्यवेक्षिका कुमारी नूतन, शशिकला, अर्चना कुमारी, नीलिमा कुमारी, शोभा कुमारी, कुमारी नीतू, दुर्गा कुमारी व शिल्पी कुमारी भी थीं।