मोकामा बालिका आश्रय गृह से संवासिनों के भागने के मामले में सहायक निदेशक पटना तलब
सुरक्षा में चूक का मामला उजागर कल्याण विभाग गंभीर। विभाग के आदेश पर सोमवार को सहायक निदेशक पटना पहुंचे। उन्होंने इस संबंध में आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मुजफ्फरपुर बालिका गृह से मोकामा भेजी गई सात संवासिनों की फरारी मामले में सहायक निदेशक को संबंधित संचिका लेकर पटना तलब किया गया। विभाग के आदेश पर सोमवार को सहायक निदेशक पटना पहुंचे। उन्होंने इस संबंध में आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई। इस प्रकरण में सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया है। समाज कल्याण विभाग ने इसे गंभीरता से लिया है। विभाग के निदेशक ने अन्य जिलों में चलने वाले आश्रयगृह की सुरक्षा भी पुख्ता करने का आदेश दिया है।
निदेशक ने बताया कि समाज कल्याण विभाग के सोशल ऑडिट में कुछ संस्थानों की सुरक्षा में कमियां पाई गई हैं। रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए राज्य बाल संरक्षण समिति ने अगस्त 2018 में ही पत्र लिखकर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने का आदेश दिया था। मगर 23 फरवरी 2019 को सुबह पुन: बालिका गृह मोकामा नाजिरथ हॉस्पिटल सोसायटी से सात युवतियां सुरक्षा की चूक से फरार हो गईं।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश की भी हुई अनदेखी
माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने सभी बाल देखरेख संस्थानों की सुरक्षा मजबूत करने का निर्देश दिया था। आश्रयगृहों में रह रहे बच्चों को दिन एवं रात में विशेष सुरक्षा की आवश्यकता है। विशेषकर रात को विशेष जागरूकता की आवश्यकता है, मगर समीक्षा के दौरान पाया गया कि रात्रि सुरक्षा व्यवस्था की अनदेखी की गई।
स्थायी रूप से पुलिस बल तैनात करने का आदेश
मोकामा की घटना के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। निदेशक ने बालगृह, पर्यवेक्षण गृह, विशेष गृह में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करने का आदेश दिया है। आश्रयगृहों की सुरक्षा के लिए दो पुलिस अधिकारी व आठ जवानों की स्थाई रूप से तैनाती का आदेश दिया गया है।