नए साल से आशा पोर्टल पर खुद बनाएंगी अपनी हाजिरी, कार्यों का देना होगा हिसाब
प्रोत्साहन राशि के लिए नहीं लगाना होगा चक्कर जन-जन तक पहुंचाने में आशा की भूमिका अहम। स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने में आशा की भूमिका अहम। इन लोगों को स्वास्थ्य प्रबंधक के ऊपर अपने वेतन के लिए आश्रित नहीं रहना होगा।
समस्तीपुर, जेएनएन। नए साल से आशा खुद अपनी हाजिरी पोर्टल पर बनाएंगी। पोर्टल के माध्यम से अपने किए हुए कार्यों का मेहनताना खुद से अपलोड करना होगा। आशा को अब प्रोत्साहन राशि के लिए स्वास्थ्य संस्थानों के कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। जिससे आशा अपना समय कार्यालय में व्यर्थ नष्ट नहीं कर पूरे मनोभाव से अपने कार्यों का निष्पादन कर सकेंगी। सरकार ने आशा के प्रोत्साहन राशि के भुगतान के लिए ई-अश्विन पोर्टल लांच किया है। जिसके माध्यम से आशा का प्रोत्साहन राशि का भुगतान उसके बैंक खाते में कर दिया जाएगा। जिससे उन्हें ससमय प्रोत्साहन राशि उपलब्ध हो सकेगा। आशा को अब अश्विन पोर्टल के माध्यम से अपने किए गए कार्यों का ब्यौरा अपने से अपलोड करना होगा। इसके लिए आशा कर्मियों को यह निर्देश दिया गया कि जो भी काम करती है उसका डिटेल खुद से भरके अश्विन पोर्टल पर अपलोड करना है। इस तरह के अब इन लोगों को स्वास्थ्य प्रबंधक के ऊपर अपने वेतन के लिए आश्रित नहीं रहना होगा।
अश्विन पोर्टल पर अपलोड करना होगा कार्यों का ब्योरा
सरकार द्वारा आशा के लिए जारी अश्विन पोर्टल आशा वर्कर परफारमेंस एंड इंसेंटिव पोर्टल के माध्यम से आशा अपना दावा प्रपत्र एवं अश्विन पोर्टल पर अपलोड करेगी। जिसके बाद वह एएनएम के पास पहुंच जाएगा। एएनएम द्वारा सत्यापन के पश्चात संबंधित प्रखंड के स्वास्थ्य प्रबंधक द्वारा सत्यापित किया जाएगा।
भुगतान के लिए समय सीमा का निर्धारण
जिला स्वास्थ्य समिति डीसीएम (आशा) अनिता कुमारी ने बताया कि पोर्टल के माध्यम से भुगतान के लिए समय सीमा निर्धारित किया गया है। जिससे कि प्रोत्साहन राशि के भुगतान में पूरी पारदर्शिता अपनाया जा सके। इस संबंध में आशा, एएनएम एवं आशा फैसिलिटेटर एवं बीसीएम को भुगतान की प्रक्रिया संबंधित पोर्टल की जानकारी राज्य द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दिया गया है।
बीमारियों से बचाव तथा स्वास्थ्य लाभ दिलाने के लिए करती है कार्य
सिविल सर्जन डॉ. सत्येंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि जिले की आशा बीमारियों से बचाव तथा स्वास्थ्य वर्धन का कार्य करती है। ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस को आयोजित करने में आशा की प्रमुख भूमिका है। बच्चों को टीकाकरण के लिए केन्द्र लाना, माता तथा गर्भवती महिला को आंगनबाड़ी केन्द्र लाकर उनकी जांच करने में मदद करना। सुरक्षित मातृत्व एवं बाल मृत्यु दर कम करने के लिए संस्थागत प्रसव के लिए आशा प्रमुख प्रेरक है। वह प्रसव के समय गर्भवती महिला के साथ स्वास्थ्य संस्थानों में जाती है। गांव में स्वच्छता, साफ पानी, सुरक्षित मातृत्व, बच्चों का स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं पोषण आदि के बारे में जागरूक करती है।