B. R. Ambedkar Bihar University: पीजी में 200 विद्यार्थियों का आवेदन निरस्त, संशोधित मेरिट लिस्ट बुधवार को होगा जारी
PG Merit List BRA Bihar University पीजी में नामांकन के लिए 125 से अधिक आवेदनों में किया गया सुधार सर्वाधिक इतिहास के आवेदनों में गड़बड़ी- 5300 सीटों के लिए आए हैं 19160 आवेदन।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीजी में नामांकन के लिए प्राप्त आवेदनों में से अंकपत्र अपलोड नहीं करने वाले करीब 200 आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है। सर्वाधिक इतिहास के आवेदन में गड़बड़ी देखने को मिली है। अबतक 75 आवेदन इतिहास और गणित में 25 आवेदन को छांट दिया गया है। इन आवेदनों के साथ अंकपत्र ही अपलोड नहीं किया गया है। यूएमआइएस कोआर्डिनेटर डॉ.ललन झा ने बताया कि जिन छात्र-छात्राओं ने अंकपत्र अपलोड नहीं किया था उनका आवेदन निरस्त किया गया है। साथ ही जिन्होंने अंकपत्र अपलोड किया था, लेकिन अंक सही नहीं भरे गए थे। से करीब 150 आवेदनों को सुधार दिया गया है। अब संशोधित मेरिट लिस्ट दो सितंबर काे जारी किया जाएगा।
बता दें कि अंकपत्र गलत अपलोड करने के कारण विवि की ओर से एक सप्ताह पूर्व जारी पीजी के मेरिट लिस्ट को रोकना पड़ा था। इसमें कई विद्यार्थियों ने सादा पेज पर अंगूठा लगाकर और एक ने दुकान का रसीद अपलोड कर दिया था। इस कारण मेरिट लिस्ट पर रोक लगाई गई थी। अब इसमें सुधार के बाद बुधवार को फिर से संशोधित मेरिट लिस्ट जारी किया जाएगा। इसके बाद विवि के पीजी विभागों में यूएमआइएस पोर्टल और कॉलेजों में नामांकन के लिए कॉलेजों के वेबसाइट से ऑनलाइन नामांकन लेना होगा। पीजी में नामांकन के लिए 5300 सीटों के लिए 19160 छात्र-छात्राओं ने आवेदन दिया था। इसमें सर्वाधिक आवेदन इतिहास में आए थे।
स्नातक का मेरिट लिस्ट जारी हाेने में 10 से 12 दिनों का समय
स्नातक में नामांकन के लिए सोमवार को आवेदन की अंतिम तिथि है। हालांकि, अबतक डेढ़ लाख से अधिक आवेदन एक लाख सात हजार सीटों के लिए आ चुका है। जबकि, यह आंकड़ा 1.75 लाख तक जाने का अनुमान है। स्नातक के लिए इसी सप्ताह कुलपति अधिकारियों के साथ बैठक कर सीटों का निर्धारण करेंगे। कॉलेजों को सीट से अधिक नामांकन नहीं लेने का साफ निर्देश दिया गया है। कॉलेजों को विषय वार कितने सीटों पर कितना नामांकन लेना है यह सूची दी जाएगी।
स्नातक का मेरिट लिस्ट जारी करने में 10 से 12 दिनों का समय लग सकता है। मेरिट लिस्ट से पहले यह जांच की जाएगी कि प्रमाणपत्र सही अपलोड किया गया है या नहीं। साथ ही काॅलेजों को मेरिट लिस्ट सौंपकर यह जिम्मेवारी सौंपी जाएगी कि यह सुनिश्चित कराएं कि जाे अंकपत्र आवेदन में दिया गया है नामांकन के वह मूल प्रमाण पत्र है या नहीं। साथ ही औपबंधिक प्रमाणपत्र की जांच भी की जाएगी।