अमित शाह की वर्चुअल रैली में बजती रहीं तालियां, लगते रहे भारत माता के जयकारे
Amit Shah BJP Bihar Virtual Rally नगर विकास व आवास मंत्री सांसद ने सुना गृह मंत्री का संवाद। प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक जनसंवाद से जुड़े कार्यकर्ता।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पहली वर्चुअल रैली 'बिहार जनसंवादÓ में रविवार को सूबे के नगर विकास आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सांसद अजय निषाद व जिलाध्यक्ष रंजन कुमार तीन अलग जगहों पर कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों संग इससे जुड़े। सभी जगह शारीरिक दूरी का पालन किया गया था। गृह मंत्री के संबोधन के बीच तालियां बजती रही। लोग भारत माता के जयकारे लगते रहे।
जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने वर्चुअल रैली ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि विपक्ष वर्चुअल रैली से घबरा गया है। गृह मंत्री ने पार्टीजनों को जो चुनावी टिप्स दिए उसे लेकर चुनाव में जाएंगे तथा बिहार में पुन: एनडीए की वापसी होगी।
विपक्ष को आईना दिखाया
नगर विकास आवास मंत्री ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के विकास के लिए किए गए काम को गिनाकर विपक्ष को आईना दिखाने का काम किया। यह रैली सफल रही। पार्टी कार्यकर्ता के साथ आमलोग घर पर रहकर मोबाइल, टीवी सहित अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से संवाद से जुडे। सबमें गजब का उत्साह दिखा। पीएम मोदी ने कोरोना की जंग में घंटी, थाली बजाकर देश को एकता के सूत्र में बांधने का काम किया, वहीं आज विपक्ष ने उनके बताए रास्ते पर चलकर थाली पीटकर हमारे विकास काम का समर्थन किया है। वैसे विपक्ष के पास थाली पीटने के अलावा कोई काम नहीं। बिहार के विकास के लिए सवा हजार करोड़ की राशि मिली और आगे भी यह सिलसिला जारी है।
दिन में छाती पीटेगा विपक्ष
सांसद अजय निषाद ने कहा कि यह रैली अगले विधानसभा चुनाव का ट्रेलर थी। गांव-गांव में लोगों ने सोशल मीडिया पर संवाद सुना। आने वाले दिन में रिकार्ड बहुमत से बिहार में सरकार बनेगी और विपक्ष को छाती पीटनी होगी। गृह मंत्री ने अपने भाषण में मछुआरों की भी चिंता की, इसके लिए सांसद ने उनको बधाई दी। उन्होंने कहा कि भाजपा जिस मूड से काम कर रही विपक्षी उससे कोसों दूर है। भाजपा की हर बूथ पर इस तरह की तैयारी है कि एनडीए के प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित होगी।
वर्चुअल रैली की यह रही खास बातें
- 1762 जगहों पर किया गया आयोजन।
- एक लाख 23 हजार कार्यकर्तां संवाद से जुड़े, 650 जगह पर बड़े स्तर पर प्रोजेक्टर, स्मार्ट टीवी से तो अन्य जगहों पर छोटे आयोजन हुए।
- शहरी इलाके में हर घर केबल के माध्यम से तथा विभिन्न चैनल के जरिए आमजन भी संवाद से जुड़े।