आंगनबाड़ी कर्मियों का उग्र आंदोलन, सरैयागंज जाम
11 सूत्री मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कर्मियों ने सड़क पर उतरकर उग्र आदोलन किया।
मुजफ्फरपुर। 11 सूत्री मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कर्मियों ने सड़क पर उतरकर उग्र आदोलन किया। सेविका-सहायिकाओं ने सरैयागंज टावर को चौतरफा जाम कर सरकार विरोधी नारे लगाए। इससे करीब चार घंटे आवागमन बाधित रहा। चारों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई। जाम की पीड़ा से लोग तिलमिला उठे। जाम में कई स्कूलों की बसें फंसी रहीं। बच्चे भूख-प्यास से बेहाल होकर बसों में ही सो गए। कई एंबुलेंस भी जाम में फंसी रहीं। मरीज के परिजन रास्ता देने के लिए प्रार्थना करते रहे। आंदोलनरत कर्मियों ने किसी पर रहम नहीं किया। जिसने भी आने-जाने की कोशिश की, उसके साथ दुर्व्यवहार किया। इससे पूर्व खुदीराम बोस मैदान से जुलूस निकाला गया। इसकी वजह से भी वाहन फंसे रहे। मांगों को लेकर प्रतिमा कुमारी, कांति देवी, कुमारी ममता, ज्योति कुमारी व शर्मिला कुमारी का प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मिलने पहुंचा, मगर वार्ता नहीं होने के कारण वापस लौटना पड़ा। करीब तीन बजे सेविका-सहायिकाएं टावर चौक से समाहरणालय पहुंचीं और धरना-प्रदर्शन किया। डीएम के बुलावे पर एक बार फिर से उनसे प्रतिनिधि मंडल मिला। डीएम ने एक माह के अंदर अपने स्तर से होने वाले समाधान का आश्वासन दिया।
सेविका-सहायिकाओं की मांगें
- पूर्व के बकाया मानदेय का भुगतान शीघ्र हो।
- भवन किराया का भुगतान हो।
- अन्नप्राशन मद की राशि आवंटन के बाद भी सेविकाओं को नहीं मिलती राशि।
- परियोजना द्वारा निर्धारित दायित्यों के अलावा कोई जिम्मेदारी देने पर लिखित आदेश के साथ पारिश्रमिक भी दिया जाए।
- पोषाहार की राशि बाजार दर से भुगतान हो।
मुशहरी सीडीपीओ पर लगाए गंभीर आरोप
सेविकाओं के निशाने पर मुशहरी सदर की सीडीपीओ तृप्ति सिन्हा रहीं। उनपर हर केंद्र से पांच हजार रुपये वसूली करने व नहीं देने पर टारगेट कर कार्रवाई करने का गंभीर आरोप लगाया। सेविकाओं ने कहा कि सीडीपीओ के व्यवहार से काम करना मुश्किल हो रहा। इधर, सीडीपीओ ने अपने ऊपर लगाए इल्जाम को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र संचालन में मनमानी करनेवाली सेविकाओं पर सख्ती करने की वजह से ये आरोप लगा रही हैं।