Move to Jagran APP

बलिदान दिवस पर याद किए गए अमर शहीद खुदीराम बोस, चिता भूमि पर बनेगा शहीद पार्क

केंद्रीय कारा में खुदीराम बोस जिस सेल में रहे थे उसमें भी हवन व श्रद्धांजलि दी गई। DM डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा- अमर शहीद खुदीराम बोस की चिता भूमि पर शहीद पार्क बनाने की पहल होगी।

By Murari KumarEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 11:56 AM (IST)Updated: Tue, 11 Aug 2020 11:56 AM (IST)
बलिदान दिवस पर याद किए गए अमर शहीद खुदीराम बोस, चिता भूमि पर बनेगा शहीद पार्क
बलिदान दिवस पर याद किए गए अमर शहीद खुदीराम बोस, चिता भूमि पर बनेगा शहीद पार्क

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। अमर शहीद खुदीराम बोस के बलिदान दिवस पर उन्हें याद किया गया। उनसे जुड़े स्थलों पर आज सरकारी अधिकारी समाजिक संगठन के लोगों ने शहीद खुदीराम बोस को श्रद्धांजलि दी, उनके योगदान की चर्चा की। जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह के नेतृत्व में कंपनी बाग स्थित खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि दी गई एवं जवानों ने उन्हें बंदूक की सलामी दी। चंदवारा सोडा गोदाम चौक स्थित अमर शहीद खुदीराम बोस चिता भूमि पर पूर्वी अनुमंडल अधिकारी कुंदन कुमार के नेतृत्व में श्रद्धांजलि दी गई।केंद्रीय कारा परिसर में फांसी स्थल पर कारा अधीक्षक राजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में कारा परिवार के लोगों ने श्रद्धांजलि दी।

loksabha election banner

चिता भूमि पर शहीद पार्क बनाने की होगी पहल

केंद्रीय कारा में खुदीराम बोस जिस सेल में रहे थे उसमें भी हवन व श्रद्धांजलि दी गई। फांसी स्थल को सजाया गया। जिलाधिकारी डॉ सिंह ने कहा कि खुदीराम बोस का मुजफ्फरपुर से जुड़ाव था। हम लोग के लिए यह गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण सादे समारोह में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। अमर शहीद खुदीराम बोस की चिता भूमि पर शहीद पार्क बनाने की पहल होगी। इसके साथ खुदीराम बोस से जुड़े जो भी स्थल है इसका विकास किया जाएगा। अपने शहीदों को याद करना उनके बताए रास्ते पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि है।

 अलग-अलग कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, डीडीसी उज्जवल कुमार सिंह, आपदा उप समाहर्ता अतुल कुमार, नगर थाना अध्यक्ष ओमप्रकाश, निगम पार्षद के पी पप्पू सामाजिक कार्यकर्ता मोहन सिन्हा, साकेत सिंह सहित समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कोरोना को लेकर शारीरिक दूरी का पालन किया गया। इस कारण तीनों जगह पर कोई बड़ा समारोह नहीं हुआ। वहीं, हर साल उनके गांव मिदनापुर से श्रद्धांजलि देने वाले ग्रामीण भी इस आयोजन में शामिल नहीं हो सके। मालूम हो कि अमर शहीद खुदीराम बोस को अंग्रेज अधिकारी पर हमला करने के आरोप में 11 अगस्त 1908 को मुजफ्फरपुर केंद्रीय कारा में फांसी दी गई थी । आज भी केंद्रीय कारा में फांसी स्थल व सेल मौजूद है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.