नवोदय विद्यालय के गरीब मेधावी छात्रों की पढ़ाई में मदद करेंगे पूर्ववर्ती छात्र
जवाहर नवोदय विद्यालय, बिरौली के पूर्ववर्ती छात्रों ने की पहल। फर्म तैयार, भविष्य में रोजगार हासिल करने में भी दी जाएगी सहायता।
समस्तीपुर, [ प्रकाश कुमार ]। जवाहर नवोदय विद्यालय, बिरौली में पढ़ रहे गरीब मेधावी छात्रों के लिए खुशखबरी है। उन्हें अब उच्च शिक्षा ग्रहण करने में होने वाली परेशानी कम होगी। यहां के 15 पूर्ववर्ती छात्रों ने टीम बनाकर इसकी पहल की है। इसमें प्रशासनिक पदाधिकारी से लेकर व्यवसाय से जुड़े छात्र भी शामिल हैं।
ठेला खींचते देख आया ख्याल
गरीब छात्रों की मदद करने का ख्याल उस समय आया जब टीम के एक सदस्य ने यहां से पढ़ाई कर चुके एक छात्र को ठेला खींचते देखा। इसके बाद से ही उनलोगों ने इरादा बनाया कि ऐसे लोगों की मदद की जा जाए। नवोदय विद्यालय में पढ़ाई करने के बाद भी उच्च शिक्षा ग्रहण करने में गरीब मेधावी छात्रों को परेशानी होती है। इसलिए इन छात्रों के समूह ने एक फर्म बनाया है। जिससे फिलहाल ऐसे छात्रों को चयनित कर उन्हें मदद दी जाएगी। बाद में इसको व्यवसाय से भी जोडऩे की योजना है। इससे आनेवाली राशि गरीब मेधावी बच्चों की पढ़ाई में खर्च की जाएगी।
एक से बढ़कर एक छात्र
पूर्णिया जिले के भवानीपुर प्रखंड में प्रखंड विकास पदाधिकारी के पद पर कार्यरत प्रेम कुमार वर्ष 1999 में अपने कुछ दोस्तों के साथ समस्तीपुर शहर में घूम रहे थे। इस दौरान देखा कि नवोदय विद्यालय,बिरौली से 1995 बैच में पास आउट हुए एक सीनियर छात्र ठेला चला रहे हैं। इसी दौरान उनके मन में नवोदय के छात्रों की मदद करने की योजना बनी। जिसके बाद कई वर्षों की मेहनत के बाद उन्होंने 15 लोगों को एक साथ किया और आज वे कुछ करने की स्थिति में पहुंचे।
इसमें उनके अलावा वैशाली जिला में श्रम अधीक्षक के पद पर कार्यरत प्रशांत राहुल, जयनगर रेल थानाध्यक्ष विनोद राम, नई दिल्ली स्थित न्यूज चैनल में कार्यरत पुष्कर प्रकाश, कांफेड में प्रोडक्शन इंचार्ज अभिषेक कुमार, पोस्टल डिपार्टमेंट में अधिकारी सुबोध कुमार, दलङ्क्षसहसराय प्रखंड कार्यालय में आइटी असिसटेंट विपिन कुमार, व्यवसायी नवीन निश्चल, सदरे आलम, मृणाल कुमार, अरङ्क्षवद कुमार, मनीष कुमार, राकेश कुमार आदि शामिल हैं।
इस बारे में पूर्ववर्ती छात्र प्रेम कुमार ने कहा कि जवाहर नवोदय विद्यालय, बिरौली से पासआउट 15 छात्रों का समूह बनाया गया है। यहां से पास होने के बाद उच्च शिक्षा ग्रहण करने में होने वाली परेशानियों को दूर करने की योजना है। इसके लिए अलग-अलग प्लानिंग है। इससे होने वाली राशि बच्चों की पढ़ाई में खर्च की जा सकेगी। वहीं दूसरे पूर्ववर्ती छात्र विनोद राम ने कहा कि एक साथ पढ़ाई करने के बाद भी उच्च शिक्षा ग्रहण करने में कुछ लोगों को परेशानी होती है। उनकी समस्याओं को दूर करने की पहल की गई है। लंबे समय से इस पर विचार किया जा रहा था।