Double murder in Muzaffarpur : स्वजन नहीं थे घर में, 'विश्वास' में हुई अजय व रेणु शर्मा की हत्या, जानें घटना के वक्त क्या थी स्थिति
Double murder in Muzaffarpur मंगलवार की रात से घर में नहीं बना था भोजन घर की तलाशी में पुलिस को जूठे बर्तन भी न मिले। घर से गायब दोनों सेलफोन भी शाम से हो गए थे बंद।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। शहर के ब्रह्मïपुरा थानाक्षेत्र के ज्ञान लोक मोहल्ला स्थित आवास में सेवानिवृत्त सहायक निबंधन महानिरीक्षक अजय कुमार शर्मा व उनकी पत्नी रेणु देवी की हत्या ने शहर को सकते में डाल दिया है। बुधवार दिन के करीब बारह बजे से अजय के आवास के बाहर लोगों की भीड़ जमा होने लगी। अजय और उनके बड़े भाई अधिवक्ता सरोज कुमार शर्मा के घर के बीच महज एक दीवार का फासला है। हत्यारों ने बड़ी चालाकी से दोनों की हत्या की। तरीका ऐसा अपनाया कि इस दंपती की आवाज एक दीवार भी नहीं पार कर सके। घर में कोई स्वजन नहीं था। हत्यारे दोनों की हत्या कर चले गए।
बड़े भाई भी थे अनजान
भाई व उनकी पत्नी की हत्या से अनजान बड़े भाई सुरेश बुधवार को कोर्ट चले गए थे। उन्हें कोर्ट में सूचना मिली कि छोटे भाई और बहू की नृशंस हत्या कर दी गई है। बुजुर्ग अधिवक्ता दौड़े-दौड़े वापस लौटे। दरवाजे पर जमा भीड़ से होते हुए भाई के घर में गए तो बदहवास-से हो गए। सभी उन्हें सांत्वना देने लगे।
किसी नजदीकी पर शक
वो बार-बार एक ही रट लगा रहे थे। यहां जिन लोगों का आना-जाना था। उन्हीं में से कोई इस घटना में शामिल है। सरोज और उनकी पत्नी मिथिलेश शर्मा ने बताया- 'हम मंगलवार की रात भोजन कर सो गए। घर से वक्त पर निकलते हैैं और फिर घर में चले जाते हैैं। रात में कोई आवाज नहीं सुनी। सुबह में भी न जान सके। जब दरवाजा खुला होने पर संदेह हुआ। पुलिस आई तो देखा कि हमारे परिवार के दो सदस्यों की हत्या कर दी गई है। इतना कहने के बाद दोनों दहाड़ें मार रोने लगे।
घर में सिर्फ बुजुर्ग दंपती
बताते हैैं कि अजय व रेणु को चार पुत्रियां हैैं। तीन की शादी हो गई है। छोटी बेटी मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई करने के बाद बेंगलुरु स्थित मल्टी नेशनल कंपनी में काम करती है। नतीजतन घर में सिर्फ बुजुर्ग दंपती ही रहते थे। नौकर व खुद के भरोसे सारा काम था। ऐसे में यदि कोई अपरिचित आया होता तो निश्चित तौर पर शोर होता या फिर दरवाजा नहीं खुलता। ऐसे में हत्यारों में शामिल परिचित को किसी भी स्वजन के नहीं होने की जानकारी थी। वे आए और विश्वास में अजय व रेणु की हत्या कर दी गई।
हत्यारों को थी मोहल्ले की पूरी जानकारी
हत्यारों को मोहल्ले के लोगों की तमाम गतिविधियों की थी जानकारी
हत्यारों को मोहल्ले के लोगों की हर गतिविधि की जानकारी थी। तभी उन्होंने घटना के लिए ऐसे वक्त का चुनाव किया जब उन्हें कोई नहीं देख सके। पुलिस भी यह मान रही है कि घटना मंगलवार की रात से बुधवार की सुबह के बीच हुई है। घर में न तो रात का भोजन बना था, न ही सुबह का नाश्ता ही। ऐसे में मंगलवार की रात की सुबह होने के बीच ही घटना हुई। एसएसपी जयंत कांत भी इस बात को स्वीकारते हैैं। कहते हैैं- 'अपराध के दृश्य व प्रकृति को देखने से यह साफ है कि घटना इसी बीच हुई है। शेष रिपोर्ट से और साफ होगा।
मुख्य दरवाजे से प्रवेश करने के मिले सुराग
वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत के नेतृत्व में घंटों की जांच में इस बात के सुराग मिले हैैं कि बदमाश मुख्य दरवाजे से घर के अंदर दाखिल हुए। खोजी कुत्तों ने भी इस बात का इशारा किया है। उनके हैैंडलर ने एसएसपी को कई महत्वपूर्ण सुराग दिए। साथ ही फॉरेंसिक टीम ने भी कई सुराग दिए हैैं। इस आधार पर पुलिस की टीम नगर पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार मंडल के नेतृत्व में काम कर रही है। अपराधियों के कई संदिग्ध ठिकाने खंगाले गए हैैं। हालांकि, पुलिस को कोई ठोस जानकारी बुधवार की देर ्ररात तक नहीं मिली थी।
हत्या में प्रयुक्त रॉड या कोई भी चीज नहीं मिली
प्रारंभिक जांच के दौरान पुलिस को हत्या में प्रयुक्त कोई भी हथियार नहीं मिला। हालांकि, घटना के तरीके को देखकर यह बताया गया कि हत्यारों ने किसी हार्ड चीज से लगातार सिर पर वार कर दोनों को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने पूरे घर में खोज की। लेकिन, यहां ऐसा कुछ भी नहीं मिला। अब उसकी खोज की जा रही है।
घटना के पीछे संपत्ति या कुछ और!
पुलिस जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि अपराधी हत्या के वक्त घर में किसी कागजात की खोज कर रहे थे। इसी फेर में पूरे घर को तितर-बितर किया। ऐसे में इस बिंदु पर जांच की जा रही है कि हत्याकांड के पीछे संपत्ति या कोई और वजह तो नहीं है। तमाम तथ्य खंगाले जा रहे हैैं।
सोए में किया गया वार
शवों को देखने के बाद जानकार बताते हैैं कि सेवानिवृत्त सहायक निबंधन महानिरीक्षक (एआइजी) के सिर पर सोए अवस्था में वार किया गया है। वहीं उनकी पत्नी के सिर पर लगातार प्रहार किया गया। दोनों के सिर पर लोढ़ा जैसी किसी ठोस चीज से वार किया गया है।
मेडिकल बोर्ड ने किया पोस्टमार्टम
घटना की गंभीरता को देखते हुए दोनों शवों का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड ने किया। बोर्ड में फारेंसिक डिपार्टमेंट के डॉ. विपिन कुमार, पैथालॉजी के डॉ. महेश प्रसाद व सर्जरी विभाग के डॉ. अखिलेश आनंद शामिल थे। हालांकि, समाचार प्रेषण तक रिपोर्ट के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली थी।