दरभंगा से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु के लिए हवाई सेवा शीघ्र, टर्मिनल निर्माण का काम अंतिम चरण में
Darbhanga Vidhyapati Terminal हवाई अड्डे का निर्माण कार्य दिसंबर 2020 तक पूरा होने की उम्मीद। काम पूरा होने के साथ देश के तीन हवाई मार्गों पर उड़ान भरने की संभावना।
दरभंगा, जेएनएन। यदि सबकुछ ठीक रहा तो दरभंगा स्थित हवाई अड्डे (विद्यापति टर्मिनल) से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु के लिए हवाई सेवा इस साल के अंत शुरू हो सकती है। यहां हवाई अड्डे पर रनवे और अस्थाई टर्मिनल भवन का निर्माण कार्य अंतिम दौर में है। साल के अंत तक सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की सूचना के मुताबिक, 31 दिसंबर 2020 तक हवाई अड्डे का काम पूरा कर लिया जाएगा। इस बीच खबर है कि 12 सितंबर 2020 को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप ङ्क्षसह पुरी दरभंगा आएंगे। वे यहां चल रहे कार्यों का जायजा लेंगे। इससे हवाई सेवा जल्द शुरू होने की उम्मीद बढ़ गई है।
81.54 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य
विद्यापति टर्मिनल के निर्माण के लिए 81.54 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। भारतीय वायु सेना ने पांच साल के लिए लीज पर करीब तीन एकड़ जमीन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को सौंपा है। इस पर अस्थाई टर्मिनल, पार्किंग, लिंक रोड के अलावा 9000 मीटर लंबे रनवे का काम चल रहा है।
अस्थाई टर्मिनल निर्माण का काम अंतिम चरण में
1400 वर्गफीट में अस्थाई टर्मिनल भवन का निर्माण कार्य अंतिम दौर में है। यहां छह चेक-इन काउंटर बनाए गए हैं। एक साथ सौ यात्रियों को सुविधाएं दी जा सकेंगी।
दरभंगा एयरपोर्ट एक नजर में
15 जून 2016 -उड़ान योजना स्वीकृत।
24 अगस्त 2017- निविदा का दूसरा चरण शुरू।
24 जनवरी 2018- स्पाइस जेट को तीन हवाई मार्गों पर उड़ान भरने की अनुमति।
24 दिसंबर 2018- तत्कालीन नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रखी थी आधारशिला।
06 मार्च 2019- स्पाइस जेट ने टिकट बुङ्क्षकग की तारीख बताई।
30 अप्रैल 2019- स्पाइस जेट ने अधूरे काम की वजह से बुङ्क्षकग रोकी।
11 मई 2020- नागरिक उड्डयन मंत्री ने ट््िवट कर अक्टूबर 2020 तक काम पूरा होने की दी थी जानकारी।
24 जून 2020- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था हवाई अड्डा का निरीक्षण। काम की प्रगति में तेजी लाने पर की थी बात।
25 अगस्त 2020- भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की ओर से 31 दिसंबर 2020 तक काम पूरा होने की दी गई थी सूचना।