मारपीट की घटना में जेल जाने के बाद राजन अपराधियों के संपर्क में आया और बन गया सुपारी किलर
2006 में गांव के ही मारपीट के एक मामले में वह जेल गया। इसी दौरान उसका संबंध जेल में कई बदमाशों से हो गया और वह सुधरने की बजाय अपराध की अंधी दुनिया में घुसता चला गया जहां कोई मुकाम नहीं होता। वह अपराध की दुनिया में पांव पसारने लगा।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। नोएडा में गिरफ्तार पचास हजार का इनामी कुख्यात बदमाश राजन सहनी कभी रघुनाथपुर बस पड़ाव में इंचार्ज का काम करता था। तब वह यात्रियों को पूछ-पूछकर बस में बैठाता और बस संचालक से इसके एवज में कमीशन लेता था। मगर, 2006 में गांव के ही मारपीट के एक मामले में वह जेल गया। इसी दौरान उसका संबंध जेल में कई बदमाशों से हो गया और वह सुधरने की बजाय अपराध की अंधी दुनिया में घुसता चला गया जहां कोई मुकाम नहीं होता। वह धीरे-धीरे अपराध की दुनिया में अपना पांव पसारने लगा। जमानत पर छूटने के बाद वर्ष 2010 में उसके हाथ कई वारदातों में सने रहे। इस दौरान उसने हत्या, लूट, डकैती, रंगदारी जैसे वारदात को अंजाम देने का दुस्साहस किया। धीरे धीरे वह उतर बिहार का बड़ा सुपारी किलर बन गया। उस पर मोतिहारी जिले के अलावा मुजफ्फरपुर, सीतामढी व वैशाली में भी कई मामले दर्ज हैं। राजन सहनी के पिता भी मजदूरी करते थे। गरीबी में पले राजन ने परिवार की बेहतर परवरिश के लिए अपराध की दुनिया में प्रवेश कर गया, जहां चारों तरफ अंधेरा है। बताते हैं कि राजन सुपारी किलर है। वह दूसरों से सुपारी लेकर हत्या करने के साथ ही अपने निजी लाभ के लिए भी खून बहाने से हिचक महसूस नहीं करता।
राजन की गिरफ्तारी के बाद जिले में छापेमारी तेज
जिले के रघुनाथपुर वार्ड दो के निवासी राजन सहनी की गिरफ्तारी के बाद उसके गिरोह के अब तक चार लोग पकडे गए हैं। उनके पास से हथियार व कारतूस भी बरामद किए गए हैं। बताते चले कि जिला पुलिस की स्पेशल टीम ने राजन को नोएडा से गिरफ्तार किया है। उसकी निशानदेही पर अब तक चार बदमाशों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसमें लक्ष्मी सहनी भी शामिल है। शातिर बदमाश राजन सहनी पर जिले के विभिन्न थानों में तीन दर्जन मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ 50 हजार का इनाम भी घोषित किया जा चुका है। पुलिस अधीक्षक नवीन चन्द्र झा ने बताया है कि उसके खिलाफ इनाम के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा गया था, जिसकी स्वीकृति भी मिल गई है। पुलिस ने राजन के घर की कुर्की जब्ती भी की थी। चांदमारी चौक पर सरेशाम फायरिंग के बाद राजन की गिरफ्तारी के लिए यह कार्रवाई की गई। इसी बीच रैक प्वाइंट के पास बंजरिया के मुखिया छबिला ङ्क्षसह की गोली मार हत्या कर दी गई। पुलिस ने उसकी तलाश में वैशाली व मुजफ्फरपुर में भी छापेमारी की थी। पुलिस की दबिश देख राजन भागकर उतरप्रदेश के नोएडा में रहने लगा था, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।