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सीतामढ़ी में गोली लगने के बाद स्कूल संचालक ने बचाई छह बच्चों की जान, जानें पूरा मामला

सीतामढ़ी में रंगदारी के लिए स्कूल संचालक को मारी गोली। बच्चों को वैन से लेकर स्कूल जा रहे थे संचालक।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sun, 17 Nov 2019 07:54 AM (IST)Updated: Sun, 17 Nov 2019 07:54 AM (IST)
सीतामढ़ी में गोली लगने के बाद स्कूल संचालक ने बचाई छह बच्चों की जान, जानें पूरा मामला
सीतामढ़ी में गोली लगने के बाद स्कूल संचालक ने बचाई छह बच्चों की जान, जानें पूरा मामला

सीतामढ़ी, जेएनएन। अपराधियों ने शनिवार को रीगा थाना क्षेत्र के रामनगर गांव में शनिवार को बदमाशों ने एक निजी स्कूल के संचालक को गोली मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। इस दौरान स्कूल संचालक सहियारा थाने के ओरलहिया गांव निवासी सुरेंद्र चौधरी (40) रामनगर से छह बच्चों को वैन में लेकर मझौरा स्थित स्कूल जा रहे थे।

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जख्मी होने के बाद भी संचालक ने हिम्मत दिखाई। वैन चलाते हुए वीरता टोले के पास पहुंचे। इसके बाद लोगों ने उन्हें इलाज के लिए रीगा पीएचसी में भर्ती कराया। जहां से रेफर कर दिया गया तब स्वजनों ने सीतामढ़ी शहर के ङ्क्षरग बांध स्थित नंदीपत मेमोरियल हॉस्पीटल एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया। जहां ऑपरेशन बाद आइसीयू में रखा गया है। गोली गले में मारी गई है।

उधर, सूचना के मौके पर पहुंचे रीगा थानाध्यक्ष सुभाष मुखिया ने मामले की जांच की। घटनास्थल से एक खाली कारतूस मिला। वहीं, नगर थानाध्यक्ष प्रभात रंजन सक्सेना ने नंदीपत हॉस्पीटल पहुंच कर जांच की। जख्मी संचालक की पत्नी सरिता देवी ने घटना का कारण रंगदारी बताया। बेहोशी के कारण जख्मी का बयान दर्ज नहीं किया जा सका था।

बताया गया कि सुरेंद्र चौधरी रीगा थाना क्षेत्र के मझौरा चौक पर सरस्वती प्रेप स्कूल नामक विद्यालय चलाते हैं। चालक के नहीं रहने के कारण वैन लेकर बच्चों को स्कूल लाने खुद निकले थे। रामनगर गांव से बच्चों को लेकर स्कूल जा रहे थे। इसी बीच गन्ने के खेत के पास घात लगाए दो बदमाशों ने वैन को घेरकर सुरेंद्र गोली मार दी। वैन में सवार बच्चे रोने-चिल्लाने लगे। इसके बाद सुरेंद्र चौधरी वैन चलाते हुए किसी तरह वीरता टोला तक पहुंचे। स्थानीय लोगों ने रीगा पीएचसी में भर्ती कराया। जहां से रेफर कर दिया गया।

पूर्व में सुरेंद्र चौधरी रमनगरा में निजी स्कूल चलाते थे। वर्ष 2017 में बदमाशों ने बतौर रंगदारी तीन लाख रुपये मांगी थी। डर से सुरेंद्र ने स्कूल बंद कर दिया था। इसके बाद मझौरा में स्कूल खोला। हाल में बदमाशों ने बतौर रंगदारी तीन लाख रुपये मांगी थी। 15 दिनों के भीतर रकम नहीं देने पर हत्या की धमकी दी थी। इस बीच शनिवार को घटना हुई।  


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