Mid day meals वितरण में लापरवाही पर जिले के 1349 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों पर होगी कार्रवाई
Mid day meals योजना के डीपीओ को कार्रवाई के लिए भेजा गया पत्र। प्रत्येक दिन आइवीआरएस के तहत पूछे जाने वाले सवालों का एचएम ने नहीं दिया जवाब।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। जिले के 1349 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के खिलाफ मध्याह्न भोजन योजना के संचालन और विभागीय आदेश का अनुपालन नहीं करने को लेकर कार्रवाई की जाएगी। मध्याह्न भोजन योजना के निदेशक ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को इन स्कूलों के प्रधानध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।
जानकारी के अनुसार प्रतिदिन सभी सरकारी विद्यालयों में मध्याह्न भोजन के संचालन की जानकारी आइवीआरएस प्रणाली से मांगी जाती है। इसमें सभी स्कूल के प्रधानाध्यापक और प्रभारियों को बच्चों की उपस्थिति व मेन्यू के अनुसार भोजन बना है कि नहीं यह बताना पड़ता है। जिले में 3041 स्कूल हैं। इनमें 1349 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों का या तो फोन नहीं लगता या वे विभाग को इसकी सूचना देते ही नहीं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए निदेशक ने डीपीओ को पत्र भेजकर कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
1029 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों का नहीं लगता फोन
11 फरवरी को निदेशालय स्तर पर आइवीआरएस की मॉनीटङ्क्षरग की जा रही थी। इसी क्रम में यह मामला सामने आया। निदेशक ने इसके लिए प्रखंड साधन सेवियों को भी दोषी बताया है। निदेशालय की ओर से भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार जिले के 1029 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों ने न फोन उठाया और न मध्याह्न भोजन की जानकारी दी। 248 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों का फोन लगा, लेकिन उन्होंने उत्तर नहीं दिया। साथ ही 72 प्रधानाध्यापकों का फोन नहीं लगा।
प्रतिदिन जवाब सुनिश्चित कराने का निर्देश
निदेशक ने डीपीओ को निर्देश दिया है कि आइवीआरएस प्रणाली के तहत प्रतिदिन सभी स्कूलों की रिपोर्ट सुनिश्चित कराएं। ताकि स्कूलों में बच्चों को मध्याह्न भोजन योजना की स्थिति की सही जानकारी मिल सके। रिपोर्ट नहीं भेजने से मॉनीटङ्क्षरग में परेशानी हो रही है।एमडीएम के डीपीओ शर्मिला राय ने कहा कि मध्याह्न भोजन योजना की जानकारी प्रतिदिन आइवीआरएस से देनी होती है। इसमें लापरवाही बरतने वाले प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण के लिए बीआरपी को कहा गया है। साथ ही कारण नहीं बताने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।